रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रेल यात्रियों को कम समय में गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेलवे ने मिशन रफ्तार प्रोजेक्ट को तेज कर दिया है। मिशन रफ्तार के तहत दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर 160 किमी प्रतिघंटा करने की योजना को दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया है। योजना पूरी होने पर जनवरी 2024 से यात्रियों को दिल्ली से मुंबई पहुंचने में 12 घंटे का समय लगेगा। 6806 करोड़ रुपए अनुमानित खर्च की इस योजना का काम युद्धस्तर ओर चलाया जा रहा है। इसमे ट्रैक के दोनों ओर दीवार भी बनाई जाने है।
पूरे सफर में बचेगा 3 घंटे 40 मिनिट का समय
इस प्रोजेक्ट से यात्रियों को कम समय में अपना सफर पूरा करने का सीधा लाभ मिलेगा। ऑपरेटिंग विभाग के अधिकारी का कहना है कि वर्तमान में राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली से मुंबई के बीच 15.40 घण्टे का समय लग रहा है। रफ्तार बढ़ने के बाद सफर का यह समय 12 घंटे में ही पूरा हो जाएगा। इस मान से यात्रियों को 3.40 घंटे की बचत होगी।
1086 किमी की बनेगी दीवार
मिशन रफ्तार के तहत ट्रैक पर मवेशियों के चपटे में आने की समस्या से छुटकारे के लिए दीवार निर्माण को भी शामिल किया गया है। रतलाम रेल मंडल के नागदा से मथुरा के बीच 1086 किमी दूरी तक ट्रैक के दोनों ओर दीवार बनाई जा रही है। इससे तेज परिचालन में सुविधा होगी।
आधा दर्जन राज्यों को लाभ
दिल्ली-मुंबई के बीच मिशन पूरा होने से मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों को लाभ मिलेगा। दिल्ली-मुंबई मार्ग 1483 किमी लंबा है। इसमें दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात व महाराष्ट्र शामिल है। 160 किमी प्रतिघंटा की स्पीड होने से मार्ग की प्रवाह क्षमता 30 से 35 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। इससे इन राज्यों का और विकास होगा तथा रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
मिशन रफ्तार के लिए मंडल स्तर पर भी तैयारी का दौर जारी है। ट्रैक के आसपास दीवार बनाने के लिए मुख्यालय से टेंडर प्रकिया की जा रही है। इस प्रोजेक्ट से यात्रियों को लाभ मिलेगा।
विनित गुप्ता, डीआरएम रतलाम