– बोर्ड परीक्षाओं में भी मनमानी का आरोप, सड़क पर बैठ जताया विरोध
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन किया। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर सड़क पर बैठ धरना दिया। अभाविप सरकारी स्कूलों में बिगड़ती व्यवस्था व बोर्ड परीक्षाओं में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे थे।डीईओ को चेतावनी दी है अगर विभाग ध्यान नहीं देगा तो जल्द ही उग्र आंदोलन किया जाएगा।


अभाविप के रतलाम जिला संयोजक सत्यम दवे ने बताया कि बोर्ड परीक्षा सेंटरों पर मनमानी की जा रही है। किसी कारणवश 5 मिनट देरी से पहुंचने पर परीक्षार्थियों को परीक्षा में बैठाया नहीं जा रहा है। परीक्षा सेंटरों पर परीक्षार्थियों भविष्य का ध्यान रखा जाना चाहिए। जबकि कई सेंटरों पर देरी से पेपर वितरित किया जा रहा है। इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है। स्कूलों में श्रमदान के नाम विद्यार्थियों से कार्य करवाया जा रहा है।
7 मांगों के निराकरण का ज्ञापन सौंपा
अभाविप पदाधिकारियों ने 7 मांगों के निराकरण का ज्ञापन जिला शिक्षा अधिकारी अनिता सागर को सौंपा। ज्ञापन सौंपने के पूर्व पदाधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के बाहर सड़क पर बैठ गए। हालांकि ज्यादा देर नहीं बैठ पाए 5 मिनट में सभी उठ गए। इस दौरान एक एंबुलेंस को भी पदाधिकारियों ने रास्ता दिया। डीईओ ने आश्वासन दिया।
यह समस्या बताई प्रमुखता से
1) जिले के प्राइवेट स्कूलों में फीस, किताबों और यूनिफॉर्म को लेकर चल रही मनमानी पर रोक लगाने की मांग की।
2) रतलाम के सीएम राइज विनोबा नगर हायर सेकंडरी परीक्षा केंद्र में समय से 5 मिनिट लेट पहुंचने पर लगभग 20 विद्यार्थियों को 12 वी बोर्ड परीक्षा के प्रथम पेपर से वंचित रखा गया। जिसके जिम्मेदार केंद्राध्यक्ष है
3) शासकीय नवीन विनोबा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हाट की चौकी में श्रमदान के नाम पर विद्यार्थियों से काम करवाया जा रहा है।
4) नामली में 8वी एवं 5वी बोर्ड की परीक्षा में शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को नकल करवाई जा रही है।
5) जिले में ग्रामीण क्षेत्र शासकीय विद्यालयों के भवन की जर्जर स्थिति पर ध्यान देना चाहिए।
6) शासकीय नवीन विनोबा उच्चतर माध्यमिक स्कूल में विद्यार्थियों को भौतिक विज्ञान विषय का वर्ष भर अध्ययन नहीं कराया। जिससे विद्यार्थी अध्ययन करे बिना ही परीक्षा दे रहे हैं।
7) जावरा के मॉडल स्कूल में 12 वी बोर्ड का प्रथम पेपर विद्यार्थियों को समय से 20 मिनिट देरी से दिया। गया जिससे विद्यार्थियों को पेपर देने का पर्याप्त समय नहीं मिला।