असीम राज पांडेय, केके शर्मा
रतलाम। रतलाम जिले में गुंडों-बदमाशों की थानों पर परेड करवाकर शांतिप्रिय ढंग से चुनाव कराने का दिखावा बेमानी है। कारण खाकी विभाग के कुछ कर्मचारी इन दिनों गुंडों-बदमाशों के साथ रोज शाम से रात तक चाय पर चर्चा में व्यस्त हैं। स्टेशन रोड थाने से कुछ ही दूरी पर आये दिन विवादों से सुर्खियों में रहने वाली आधुनिक चाय की दुकान पर पुलिसकर्मियों की एक टुकड़ी का जमावड़ा लगता है। यहां पर शहर के छटे गुंडों-बदमाशों के साथ चाय की चुस्कियों के साथ खाकीधारियों का याराना आमजन में चर्चा का विषय है। उक्त मार्ग से गुजरने वाले शहरवासी जब गुंडों-बदमाशों के साथ खाकीधारियों को गले में हाथ डालकर बतियातें देखते हैं तो उनके मन में सवाल उपजता है कि आखिर फिर थानों पर गुंडों-बदमाशों की परेड के साथ फोटो क्यों खिंचवाए जा रहे हैं ? जब इन्हीं गुंडे-बदमाशों के कंधों पर हाथ रख याराना निभाया जा रहा है। ये अंदर की बात है कि जो खाकीकर्मी गुंडे-बदमाशों से याराना बढ़ा रहे हैं वह विभाग और समाज का नहीं बल्कि स्वहित साधने में जुटे हैं।
चुनावी सपने देखने वाले नहीं आ रहे नजर
ऐसा कहा जाता है कि राजनीति में सब कुछ जायज है। चुनाव लड़ने के सपने देखने वालों के सपने पूरे नहीं हुए। ऐसे में पंजा पार्टी के कुछ नेता ग्रामीण में सड़क पर विरोध कर रहे है तो इधर शहर में रहे फूल छाप के पूर्व प्रथम नागरिक इन दिनों नजर नहीं आ रहे। शुरुआत से कयास लगाए जा रहे थे कि वह भी इस बार चुनावी मैदान में उतरेंगे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। अब शहर में फूल छाप प्रत्याशी की चुनावी हलचल बढ़ गई है लेकिन पूर्व प्रथम नागरिक अभी तक इस हलचल में नजर नहीं आये है। जिसकी शहर में चर्चा है। जबकि पूर्व चुनावों में उन्होंने कई जिम्मेदारी निभाई है। ऐसे में इनका अदृश्य होना कई प्रश्न खड़े करता है ?
एक “हाथी” ने खोल दी चौकसी की पोल
मंदसौर जिला पुलिस ने पिछले दिनों शराब से भरे कंटेनर (हाथी) को पकड़ रतलाम पुलिस की चौकसी पर सवाल खड़े कर दिए। अवैध परिवहन कर कंटेनर से 500 पेटी शराब जब्त करने के बाद पूछताछ में सामने आया कि उक्त कंटेनर रतलाम जिले की सीमा से बिना रोके-टोके मंदसौर जिले में पहुंचा था। ऐसे में सवाल यह उठा कि आखिर कंटेनर किसके इशारे पर जिले की सीमा से निकाला गया। सवाल इसलिए बनता है कि तत्कालीन अधिकारियों के कार्यकाल में फोरलेन पर पकड़े गए अवैध शराब के कंटेनर के बाद पुलिस को काफी शाबासी मिली थी। चुनाव की उलटी गिनती शुरू होने के साथ कंटेनर का रतलाम के सभी थानों की सीमा से मंदसौर पहुंचना पूरे मामले को सांठगांठ की तरफ इशारा करता है। ये अंदर की बात है कि शराब ठेकेदारों से लेकर माफियाओं के बीच पिछले दिनों हुई सुलह में कंटेनर का खेल का हिसाब भी पहले ही हो चुका था।