– जहर खाने वाला किसान सात दिनपूर्व आरोपी पक्ष के खिलाफ करवा चुका FIR
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले के शिवगढ़ थाना परिसर में शुक्रवार को पुलिस पर पक्षपात पूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाते हुए आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के किसान ने जहर पी लिया। थाना परिसर में डायल-100 के पायलट ने माजरा देख व्यक्ति के हाथ से शीशी लेकर फेंकी। इधर पुलिस तत्काल प्रभावित किसान को अपने वाहन से जिला अस्पताल लेकर पहुंची। प्रभावित व्यक्ति के परिजन का आरोप है कि पड़ोसी ने पूर्व में भी उनके साथ मारपीट की थी और शुक्रवार सुबह पुन: मारपीट कर विवाद किया था। जिसकी शिकायत करने हम लोग थाने गए तो सुनवाई नहीं हुई। इससे आहत होकर उनके व्यक्ति ने जहरीला पदार्थ बाजार से लाकर थाना परिसर में पी लिया।
जानकारी के अनुसार भाणजी (50) पिता गौतम पारगी निवासी कालाखेत (थाना शिवगढ़) का पड़ोसी लीमजी पारगी से परिवार के बच्चों के बीच प्रेम-संबंध को लेकर विवाद हुआ था। 25 जनवरी की रात पड़ोसी लीमजी पारगी जो कि पूर्व सरपंच कांतू पारगी का भाई है उसने और परिवार के अन्य सदस्यों ने भाणजी पारगी के परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की थी। इसकी रिपोर्ट फरियादी भाणजी ने शिवगढ़ थाने में दर्ज करवाई थी। भाणजी की शिकायत पर उस समय पुलिस ने आरोपी पक्ष के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर घायलों का मेडिकल भी करवाया था। भाणजी और उसके परिवार के साथ शुक्रवार सुबह करीब 8.30 बजे आरोपी पक्ष ने फिर से मारपीट करने का आरोप है। इससे आहत होकर पुन: वह परिवार को लेकर शिवगढ़ थाने पहुंचा था। यहां पर पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए भाणजी पहले बाजार में कीटनाशक खरीदने गया और वापस थाना परिसर में आकर बैंच पर बैठकर कीटनाशक पी लिया।
किसान भाणजी के पुत्र गोपाल ने बताया
जिला अस्पताल में कीटनाशक पीने से गंभीर हालत में भर्ती भाणजी के पुत्र गोपाल ने वंदेमातरम् न्यूज को बताया कि आरोपी पक्ष ने शुक्रवार सुबह दोबारा उनके पिता और परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की। गोपाल ने कारण यह बताया कि पड़ोसी लीमजी पारगी का परिवार उनसे इस बात को लेकर विवाद कर रहा है कि उसके चाचा के लडक़े के साथ उनकी पुत्री के बीच प्रेम संबंध है। जबकि गोपाल का अपने चाचा कांतू और उसके पुत्र शैतान से बातचीत तक नहीं है। शंका के आधार पर होने वाले विवाद के बाद भी पुलिस ने लीमजी के भाई और पूर्व सरपंच कांतू पारगी और कालूराम पारगी को आरोपी नहीं बनाया है। इसी बात को लेकर उनके पिता भाणजी और परिवार के लोग थाने पर सुनवाई के लिए चक्कर काट रहे थे। शुक्रवार को भी दोबारा मारपीट होने के बाद थाने पर सुनवाई नहीं होने के बाद पिता भाणजी थाने से पहले बाजार कीटनाशक खरीदने गए और बाद में जहर पी लिया।
शिवगढ़ थाना प्रभारी ने कही यह बात
पूर्व में विवाद के दौरान तत्काल सुनवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। जमानतीय अपराध होने के कारण आरोपियों को जमानत पर छोड़ दिया था। इसके अलावा अन्य दो लोगों के नाम भी भाणजी एफआईआर में दर्ज करवाना चाह रहा था। इस संबंध में थाने के प्रधान आरक्षक ने समझाया था कि एफआईआर दर्ज हो चुकी है। शेष अन्य आरोपियों के नाम विवेचना उपरांत दर्ज होंगे। आरोपियों को गिरफ्तार किए बिना छोड़ दिए जाने का आरोप गलत है। – लीला सोलंकी, टीआई-शिवगढ़ थाना (रतलाम)