रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
ट्रेन दुर्घटना होने पर मौके पर पहुंचने वाली दुर्घटना राहत ट्रेन (एक्सीडेंट रिलीफ़ ट्रेन) से जुड़ी एक वैगन में अब रोशनी के लिए लाइटिंग के इंतजाम हुए है। दुर्घटना के वक्त वैगन से आवश्यक सामग्री निकालने में राहत दल को इससे आसानी होगी। पश्चिम रेलवे डिप्टी चीफ सेफ्टी ऑफिसर (सीएसओ) ने निरीक्षण के बाद इसे पश्चिम रेलवे का पहला प्रयोग बताया।
मालूम हो कि दुर्घटना राहत ट्रेन में सात कोच जुड़े रहते है। इसमे एक वैगन भी शामिल रहती है। इस वैगन में इंजीनियरिंग विभाग की दुर्घटना के बाद राहत कार्य मे काम आने वाली सामग्री रखी जाती है।
सेफ़्टी से जुड़े मामलों का लिया जायजा
डिप्टी सीएसओ अंशु माली ने सुबह 11 बजे बाद निरीक्षण शुरू किया। डाउन यार्ड में सीएंडडब्यू के एसएसई राजेश माथुर और ट्रेन लाइटिंग के नरेंद्र सिंह सोलंकी सहित कर्मचारियों से जानकारी ली। सेफ्टी से जुड़े सभी मामलों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान ट्रेन लाइटिंग स्टाफ ने अधिकारी को बताया कि अभी तक दुर्घटना राहत ट्रेन से जुड़ी वैगन में लाइट नही थी। इससे दुर्घटना स्थल पर सामग्री निकलने व रखने में दिक्कतें आती थी। इसलिए दूसरे कोच से कनेक्शन कर बिजली के इंतजाम किए। डिप्टी सीएसओ अंशुमाली ने कहा कि पश्चिम रेलवे में इस तरह का पहला प्रयोग है। जोन के अन्य मंडलों में भी ऐसे सुझाव दिए जाएंगे।