सैलाना, वन्देमारत न्यूज। नगर की सुश्राविका कमला बाई (81) पूर्ण चेतना में 20 दिनी संथारे के साथ शुक्रवार को जैन भगवती दीक्षा लेने के उपरांत प्राण त्याग दिए। सैलाना के इतिहास में पहली बार हुए इस घटनाक्रम के बाद सभी स्तब्ध हैं। शुक्रवार दोपहर बाद उनकी डोल नगर के प्रमुख से निकाली गई। जिसमें जैन समाजजन, सहित नगर के जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में अन्य समाज के गणमान्य भी शामिल हुए।
बता दें कि रतन मुनि जी महाराज साहब की सांसारिक धर्म सहायिका कमला बाई का पूर्ण चेतना के साथ संथारा (संलेखना) 24 दिसंबर से शुक्रवार सुबह तक निरंतर गतिशील था। इंदौर से विहार करते हुए विदुषी महासतीजी संयम प्रभा जी महाराज साहब आदि ठाणा-8 व आचार्य हीरा मुनि जी मसा की अज्ञानुवर्ती सरलमना सरोज श्रीजी मसा आदि ठाणा-3 की प्रेरणा से संथारा साधिका पूज्य बाई जी ने जैन भगवती दीक्षा अंगीकार करने की भावना व्यक्त की थी। साथ ही विशुद्धि जी मसा आदि ठाणा-3 की निश्रा सैलाना संघ को प्राप्त हुई। दीक्षा के बाद उनका नाम कोमल कीर्ति श्री जी हो गया था। हर्ष और उत्कृष्ट भावों के साथ आपके बेटे वर्धमान स्थानक वासी श्रावक संघ के अध्यक्ष करुण कुमार संघवी, विजय कुमार संघवी व संघवी परीवार सैलाना ने जैन भगवती दीक्षा हेतु अपनी आज्ञा प्रदान की थी। सुबह से दीक्षा महोत्सव शुरू हुआ। दीक्षा के तुरंत बाद पूज्य बाई जी देवलोक गमन हो गए। शांतिवन पर पुत्र करुण संघवी, विजय कुमार संघवी ने सहित बहू ने मुखाग्नि दी।
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