– राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के सवाल पर शास्त्रों का हवाला देकर मीडिया को दिया जवाब
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। अपने बयानों से मीडिया में सुर्खी बंटोरने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह रतलाम निजी कार्यक्रम में शामिल होने आए। यहां एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री की बौखलाहट सामने नजर आई। उन्होंने अयोध्या के श्रीराम मंदिर को लेकर कहा कि मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में अधूरे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा करना शास्त्रों के अनुसार गलत है। इंडिया गठबंधन में बिखराव को लेकर कहा कि बीजेपी अवसरवादी है। जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने है तब से सरकार बनाने व गिराने दोनों का काम कर रहे हैं।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री सोमवार को डेलनपुर में विवाह समारोह में शामिल होने आए थे। मीडिया से चर्चा के दौरान मध्य प्रदेश के लोकसभा चुनाव में 15 सीट जीतने के का दावा भी भरा है। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार को लेकर कहा कि आज से दो साल पहले नीतिश कुमार जी कह रहे थे कि मैं अपने जीवन की आखरी सांस तक भाजपा व संघ से कभी समझौता नहीं करुंगा। अमित शाह, नीतिश कुमार व उनके अध्यक्ष लल्लन को कह रहे है कि उनके लिए भाजपा के दरवाजे सदैव बंद कर दिए है। ऐसे में अवसरवादिता में भारतीय जनता पार्टी माहिर है। नीतिश कुमार का सवाल है कि आज वह भाजपा के साथ चले गए। लोकसभा के बाद कहा आएंगे। यह ना तो नीतिश कुमार जी को मालूम है और नहीं मोदी जी व अमित शाह जी को। एक प्रश्न के जवाब में आपने कहा कि भगवान राम को राजनिती का मुद्दा कौन बना रहा है। यह सबको मालूम है। धर्म का उपयोग राजनीति में करना अपराध है। हर धर्म एक ही रास्ता बताता है वह है इंसानियत का। दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा का मंदिर निर्माण उद्देश्य नहीं था। मस्जिद गिराना उद्देश्य था। क्योकि जब तक मंदिर मस्जिद का झगड़ा नहीं होगा तब वह राजनीति नहीं कर पाएंगे। यहां पर उन्होंने विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार का ठिकरा ईवीएम पर फोड़ा है। उनका दोबारा आरोप है कि हम इसी कारण से जीत नहीं पा रहे हैं।