रतलाम, वन्देमातरम् न्यूज।
स्वच्छ सर्वेक्षण- 2022 के नाम पर नगर-निगम अधिकारियों की मनमानी के खिलाफ कचरा वाहन चालक सोमवार सुबह हड़ताल पर चले गए। हालात ऐसे बने की पलसोड़ा फंटे स्थित वर्कशॉप पर सुबह 6 बजे से शुरू हुए प्रदर्शन के मद्देनजर 49 वार्डों के आक्रोशित कचरा वाहन चालक और हेल्परों ने काम ठप्प कर दिया।
सोमवार को शुरू हुए प्रदर्शन के दौरान छोटे कर्मचारियों में काफी आक्रोश देखा गया। वार्डों में कचरा एकत्र की जिम्मेदारी निभाने के बाद भी मनमाने तरीके से उनके खिलाफ कार्रवाई कर प्रताड़ित करने के अलावा अधिकारों से वंचित रखने पर सभी ड्राइवर और हेल्पर लामबंद हो गए। ड्राइवर और हेल्परों ने वन्देमातरम् न्यूज को बताया कि विभाग के जिम्मेदारों की मनमानी से वह परेशान हो चुके है। अवकाश का आवेदन लेकर जब वह कर्मशाला उपयंत्री मनीष तिवारी के पास जाते हैं तो अवकाश स्वीकृत नहीं किया जाता और अनुपस्थिति दिखाकर 7-7 दिन का वेतन काट दिया जाता है। इसके अलावा 8 घंटे से अधिक काम लेने के बाद भी ओवरटाइम नहीं दिया जाता।
विभाग प्रमुखों ने लगाई वर्कशॉप दौड़
सोमवार सुबह वार्डों में कचरा एकत्र नहीं करने पहुंचे वाहनों की जानकारी के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया। पलसोड़ा वर्कशॉप पर हड़ताल की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग के जीके जायसवाल, इंजीनियर हनीफ शेख और उपयंत्री मनीष तिवारी पहुंचे, लेकिन आक्रोशित ड्राइवर और हेल्पर ने इनकी एक भी नहीं सुनी। समाचार लिखे जाने तक हड़ताल में शामिल चालक और हेल्पर मौके पर कमिश्नर सोमनाथ झारिया को बुलाने की बात पर अड़े रहे।