– महाकाल यात्रा के अंतिम पड़ाव पर प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार का आयोजन
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
जिला पंचायत पूर्व अध्यक्ष प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार द्वारा उज्जैन महाकाल तीर्थ की नि:शुल्क यात्रा के अंतिम सावन सोमवार 28 अगस्त को महाकाल तीर्थ रवाना होने के पहले शहर में बाबा महाकाल की भव्य शाही सवारी निकाली जाएगी। बाबा महाकाल की शाही सवारी के लिए उज्जैन से पालकी आएगी। शाही सवारी में शहरवासियों को आमंत्रित करने के लिए 27 अगस्त की शाम 5 बजे से शहर में आमन्त्रण वाहन रैली निकाली जाएगी।
जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष व राठौड़ परिवार के प्रकाश प्रभु राठौड़ ने बताया भव्य शाही सवारी सोमवार को शहर के सिविक सेंटर स्थित श्री काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर परिसर से प्रात: 7.30 बजे निकलेगी। जिसका प्रमुख मार्गों से होते हुए पुन: प्रारंभ स्थल पर समापन होगा। शाही सवारी के एक दिन पहले रविवार को शहरवासियों को आमंत्रण देने के लिए वाहन रैली निकाली जाएगी। भव्य शाही सवारी सिविक सेंटर स्थित काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर परिसर से लोकेंद्र टॉकीज, शहर शराय, आबकारी चौराहा, लौहार रोड, तोपखाना, चांदनीचौक, चौमुखीपुल, घांस बाजार, गोपाल जी का बड़ा मंदिर माणक चौक, डालूमोदी बाजार, नाहरपुरा चौराहा, धानमंडी, शहर शराय होते हुए पुन: काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर परिसर पर पहुंचेगी। आमंत्रण रैली भी शाही सवारी के मार्ग से गुजरेगी। प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार ने धर्मप्रेमी जनता से बाबा महाकाल की भव्य शाही सवारी में सपरिवार शामिल होने का आह्वान किया है।
शाही सवारी के यह होंगे मुख्य आकर्षण
भव्य शाही सवारी के मुख्य आकर्षण बाबा महाकाल नगरी की भव्य पालकी, डीजे-तोप, ऊंट घोड़े गणेश बेंड उज्जैन, हाथी पालकी, लड्डू गोपाल, भस्म रमैया मंडली, आकर्षक झांकी, ढोल ताशे, शिवगण की टोली शामिल रहेगी। महिलाएं लाल चुनरी में तो पुरुष पजामा-कुर्ता एवं धोती में होंगे। आदिवासी समाज के लोग नृत्य करते हुए इसमें शामिल होंगे। शाही सवारी में बाबा महाकाल के साथ ही भगवान मनमहेश एवं चंद्रमोलेश्वर भगवान के दर्शन भी होंगे।
शाही सवारी के बाद उज्जैन होंगे रवाना
राठौड़ परिवार द्वारा प्रत्येक सावन सोमवार को शहरवासियों को उज्जैन महाकाल तीर्थ की यात्रा निशुल्क कराई है। सावन माह के अंतिम सोमवार को लगभग 4 हजार श्रद्धालुओं को लेकर उज्जैन महाकाल तीर्थ की यात्रा कराई जाएगी। बाबा महाकाल की भव्य शाही सवारी के शहर भ्रमण के बाद बसों एव चार पहिया वाहनों से श्रद्धालुओं को उज्जैन लेकर जाएंगे। बाबा महाकाल की नगरी में 251 महिलाओं द्वारा 108 पवित्र नदियों एवं सप्त सागर के जल से बाबा महाकाल का अभिषेक एवं 1111 दीपों से भव्य महाआरती की जाएगी।