रतलाम वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम जिले में एक बार फिर स्वास्थ विभाग की लापरवाही की पोल खुल गई। आदिवासी अंचल में एक महिला ने समय पर एंबुलेंस ना पहुंचने के कारण नदी किनारे एक बालिका को जन्म दिया। इस गांव में आने जाने के लिए सड़क भी नही है।
घटना रतलाम जिले की सैलाना जनपद की ग्राम पंचायत बरड़ा के बयोटेक गांव की है। रविवार सुबह 9 बजे करीब संगीता पति देवीलाल जिसकी प्रसव हेतु 108 एम्बुलेंस पर सूचना की गई। लेकिन एम्बुलेंस समय पर नही पहुंचीं। जिसकी वजह से परिजन संगीता को बाइक पर लेकर शिवगढ़ के लिए रवाना हुए। रास्ते में प्रसव पीड़ा होने पर घर से कुछ ही दूर नदी किनारे प्रसव हो गया। इसके बाद करीब एक घंटे तक महिला और नवजात शिशु नदी किनारे खुले में ही रहे। साथ में जो परिजन आए एम्बुलेंस का इंतजार करते रहे। लेकिन एम्बुलेंस नहीं आई। डिलेवरी के बाद परिजन मां और बेटी को घर ले गए। जब इस बारे में जानकारी सैलाना के स्वास्थ अधिकारियों को लगी तो वह एम्बुलेंस लेकर महिला के घर पहुंचे। दोनों को सैलाना स्वास्थ्य केंद्र पर लाकर भर्ती किया गया।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष के गांव का मामला
जिला पंचायत उपाध्यक्ष केशुराम निनामा ने बताया कि मामला मेरे गांव का ही है। 108 को फोन करने के बाद भी एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची। गांव से आने जाने की सड़क इतनी खराब है कि वहां पर एंबुलेंस ही नहीं पहुंच पाती है। महिला संगीता को दर्द ज्यादा होने पर परिजन खुद ही हॉस्पिटल ले जाने लगे तो रास्ते में नदी किनारे ही प्रसव हो गया।
परिजन दोनों को ले गए घर
सैलाना बीएमओ डॉ जितेंद्र रैकवार ने वंदेमातरम् न्यूज को बताया कि आदिवासी अंचल का गांव है जो कि मुख्य मार्ग से काफी अंदर है। मोबाइल नेटवर्क की भी समस्या है। जानकारी लगने पर घर जाकर दोनो को सैलाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाकर भर्ती कराया गया। दोनों स्वस्थ हैं। बालिका का वजन 2.8 किलोग्राम है।