– रतलाम में आयोजित पहली ओपन राज्य स्तरीय स्पर्धा में बोली सांसद चौहान
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विलुप्त हो रहे पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करने और उन्हें नहीं पहचान देने का जो अभियान चल रहा है। यह आयोजन उसी दिशा में एक सराहनीय कदम है। हमारे पारंपरिक खेल हमारी संस्कृति और पहचान का अहम हिस्सा है। मध्य प्रदेश के रतलाम में हुए पांरपरिक सितोलिया (पीट्ठू) स्पर्धा के पुरस्कार वितरण में शामिल होकर आज मैं खुद को गौरवांवित महसूस कर रही हूं।
उक्त संबोधन क्षेत्रीय सांसद अनीता नागर सिंह चौहान ने कही। वह प्रथम ओपन राज्य स्तरीय सितोलिया (पीट्ठू) चैंपियनशीप के पुरस्कार वितरण में मुख्य अतिथि बतौर मौजूद थीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय ने की। विशेष अतिथि बतौर पीट्ठू फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय सचिव नवीन गौड़, पीट्ठू फेडरेशन के मध्यप्रदेश अध्यक्ष हरीनारायण यादव एवं प्रदेश सचिव गुलाब सिंह चौहान थे। फेडरेशन के रतलाम जिला सचिव दुर्गा शंकर मोयल ने बताया कि प्रतियोगिता में बालक-बालिका वर्ग की कुल 20 टीमों ने हिस्सा लिया था। स्पर्धा में बालक वर्ग में विजेता नर्मदा पुरम, उपविजेता मंडला, इंदौर कॉरपोरेशन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। बालिका वर्ग में विजेता मंडला, उपविजेता इंदौर जिला व तृतीय स्थान इंदौर कॉर्पोरेशन रहा। स्पर्धा का शुभारंभ रतलाम जिला खेल संघ अध्यक्ष अश्विनी शर्मा, ईश्वर सिंह चौहान, महेंद्र सिंह सोलंकी, प्रवीण सोनी, कमल नयन व्यास ने किया था। पुरस्कार वितरण समारोह का संचालन रतलाम जिला क्रीड़ा भारती सचिव अनुज शर्मा ने किया। आभार हार्दिक कुरवारा ने माना।