रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम जिले में उन पंचायतों के सरपंचों से वसूली की जाए जिनके द्वारा राशि की अनियमितता की गई है। अभी वर्तमान में पांच ऐसे सरपंचों के मामले सामने हैं जिन पर तत्काल कार्रवाई जिला पंचायत स्तर से कर ली जाए। उन सरपंचों से राशि वसूल की जाएगी। पलसोड़ा में अवैध खनिज परिवहन में पकड़े गए डंपर को राजसात किया जाए।
यह निर्देश कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने सोमवार को टाइम लिमिट की बैठक में जिला पंचायत सीईओ को दिए। कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी सुनिश्चित करें कि शासन का माफिया के विरुद्ध अभियान आमजन के हित में है इसलिए कोई भी अभियान का दुरुपयोग नहीं करें। इस संदर्भ में शिवगढ़ से शिकायत आई है कि कृषि विभाग के अधिकारी द्वारा अनावश्यक रूप से दुकानदार को धमकाया गया है, यह ठीक नहीं है। संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम सैलाना, शिवगढ़ में हुई एफआईआर को चेक करें और देखें कि एफआईआर उचित है अथवा नहीं। कलेक्टर ने यह भी बताया कि रतलाम शहर में भी दुरुपयोग की शिकायत मिली है, तहसीलदार शहर रिपोर्ट देवे। यह सुनिश्चित है कि अभियान का उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं है। बैठक में अपर कलेक्टर एमएल आर्य, सीईओ जिला पंचायत जमुना भिड़े आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि कोई भी एफआईआर बगैर कलेक्टर की अनुमति के अब नहीं की जाएगी। एसडीएम को दूरभाष पर निर्देशित किया गया कि शिवगढ़ में कृषि विभाग की कार्यवाही से संबंधित की गई एफआईआर की जांच करवाएं।
सहकारी समितियों में गड़बड़ी
महाप्रबंधक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक को भी निर्देशित किया कि आपके यहां सहकारी समितियोंमेंबहुत गडबड़ियाँ देखने में आ रही है। सुनिश्चित करें कि बदमाशी करने वालों के विरुद्ध केस दर्ज कराया जाए। बैठक में कार्यपालन यंत्री आरईएस तथा जीएम प्रधानमंत्री ग्राम सड़क के प्रति कलेक्टर द्वारा सख्त नाराजगी व्यक्त की गई। कलेक्टर द्वारा विगत 6 माह पूर्व उक्त दोनों अधिकारियों को लोक निर्माण विभाग की जावरा विकासखंड स्थित सड़क की जांच के निर्देश दिए गए थे परंतु 6 माह पश्चात भी अब तक जांच रिपोर्ट नहीं प्रस्तुत की गई है। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के कार्यों की गुणवत्ता अत्यंत खराब है।
ठेकेदारों द्वारा गड़बड़
बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यों की समीक्षा भी कलेक्टर द्वारा की गई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिन ठेकेदारों द्वारा गड़बड़ की जा रही है उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। सीईओ जिला पंचायत द्वारा अवगत कराया गया कि विभाग द्वारा जिन 30 योजनाओं की पूर्णता की जानकारी दी गई है उनमें से मात्र 10 योजनाएं ही चालू अवस्था में है। कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री गोगादे को निर्देश दिए कि पूर्ण की गई समस्त योजनाओं की रिपोर्ट तीन दिवस में प्रस्तुत करें। योजना में गड़बड़ी पाए जाने पर ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
कलेक्टर ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के कार्यपालन यंत्री धनोतिया को निर्देशित किया कि उनके विभाग को जिले में 600 चेक डैम उनका कार्य सौंपा गया है, उसकी गुणवत्ता अच्छी होना चाहिए अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। वैक्सीनेशन की समीक्षा भी की गई। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि जिले में चालानी कार्रवाई सतत जारी रहेगी परंतु मास्क के विरुद्ध की जाने वाली चालानी कार्रवाई ओचक रूप से की जाना चाहिए। कार्रवाई का पूर्व से लोगों को पता नहीं होना चाहिए।