पत्नी गई थी रुपयों का बंदोबस्त करने, लौटी तब गंभीर घायल पति सडक़ पर आया नजर
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम के 80 फीट रोड स्थित गीतादेवी (जीडी) हॉस्पिटल से पांच दिन पूर्व हाथ में यूरिन बैग और नाक में नली लेकर अर्धनग्न निकला भर्ती युवक के हंगामें की जांच चौथे दिन भी जारी रही। तीन सदस्यीय टीम ने जांच के दौरान आरोपों से घिरे गीतादेवी (जीडी) हॉस्पिटल से सीसीटीवी फुटेज और अन्य रिकॉर्ड जब्त किया। अभी तक टीम उपचार करने वाले जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज सहित गीतादेवी (जीडी) हॉस्पिटल के डॉक्टरों के अलावा घायल बंटी निनामा सहित उसकी पत्नी और बहन के बयान दर्ज कर चुकी है। खास बात यह है कि युवक की पत्नी ने टीम को जांच में बताया है कि गीता देवी (जीडी) हॉस्पिटल में पति के भर्ती होने के बाद 12 घंटे में 40 हजार रुपए से अधिक खर्च कर चुकी थी। गीता देवी (जीडी) हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उसके पति को कोमा में गंभीर अवस्था की बात कहकर डराया। इसके लिए वह रुपयों के बंदोबस्त के लिए हॉस्पिटल से गई थी, जब लौटी तब उसका पति सडक़ पर आक्रोशित नजर आया।

गीतादेवी हॉस्पिटल ने इंदौर रेफर घायल को कैसे किया भर्ती ?
पूरे घटनाक्रम में यह सवाल अहम है कि बंटी पिता अंबाराम निनामा निवासी मोती नगर को कितनी गंभीर चोट थी कि वह कई घंटों तक बेहोश रहा और उसे रतलाम जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज और मेडिकल कॉलेज से इंदौर रेफर करना पड़ा? दरअसल जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने जांच में बताया है कि उन्हें उपचार के दौरान यह लगा कि घायल बंटी की न्यूरो सर्जरी करना पड़ेगी। इसके लिए उन्होंने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल इंदौर एमवाय रेफर किया। अब इंदौर रेफर के बाद भी गंभीर घायल को गीता देवी (जीडी) हॉस्पिटल में भर्ती किए जाने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। गीता देवी (जीडी) हॉस्पिटल सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल इंदौर से भी अत्याधुनिक साधन और संसाधनों से युक्त है? वरिष्ठ अधिकारियों ने अब टीम को इस अहम सवाल पर भी जांच के निर्देश दिए हैं। इसके लिए टीम अब गीतादेवी (जीडी) हॉस्पिटल प्रबंधक से जानकारी लेगी कि उनका हॉस्पिटल कितना सुपर स्पेशियलिट है, जिसके कारण एक इंदौर रेफर घायल को भर्ती कर उपचार दिया जा रहा था।
यह था पूरे मामले का घटनाक्रम
2 मार्च – 2025 की रात मोती नगर में हुए विवाद में बंटी निनामा घायल हुआ था, उसे परिजन उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर गए थे। जहां से उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था। परिजनों के अनुसार 3 मार्च-2025 की सुबह तक होश नहीं आने पर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने इंदौर रेफर किया था। परिजन उसे गीता देवी (जीडी) हॉस्पिटल लेकर गए थे। यहां पर बंटी निनामा को आइसीयू में भर्ती कर परिजनों को रुपयों के बंदोबस्त के लिए कहा गया। जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज और मेडिकल कॉलेज से इंदौर रेफर करने के बाद गीतादेवी (जीडी) हॉस्पिटल में गंभीर घायल को भर्ती किस आधार पर किया गया, यह अहम सवाल जांच टीम के लिए प्रमुख हैं। बता दें कि मामले की गंभीरता पर रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम ने सीएमएचओ डॉ. एमएस सागर को निर्देश दिए। निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। टीम में चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रणव मोदी, वरिष्ठ सर्जन डॉ. बीएल तापडिया और जिला विस्तार एवं माध्यम अधिकारी आशीष चौरसिया शामिल हंै। अभी तक जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और गीता देवी (जीडी) हॉस्पिटल के डॉक्टरों के अलावा घायल बंटी निनामा सहित उसकी पत्नी और बहन के बयान दर्ज हो चुके हैं।
रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई
तीन सदस्यीय टीम पूरे मामले की विस्तृत रूप से जांच कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर निष्पक्ष रूप से कार्रवाई की जाएगी। घायल के वायरल वीडियो और हॉस्पिटल के सीसीटीवी फुटेज जांच में शामिल किए गए हैं। – डॉ. एमएस सागर, सीएमएचओ-रतलाम (मध्य प्रदेश)