रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम रेल मंडल के हैरीटेज सेक्शन कालाकुंड रेलवे स्टेशन के ऑफिसर्स रेस्ट हाउस पर पिछले माह अवैध तरीके से खानपान बिक्री उजागर हुई। इसके बाद रेलवे ने वैधानिक कार्यवाही कर इसका सालाना किराया वसूली के लिए फर्म को ठेका दिया है। वाणिज्य विभाग ने 72 हजार रुपए साल के मान से टेंडर प्रक्रिया पूरी की है। दूसरी ओर विजिलेंस ने रेस्ट हाउस पर अवैध खानपान बिक्री के खिलाफ कार्रवाई कर मामला वाणिज्य विभाग को सौंपा है। इस ओर विभाग द्वारा संबंधित कर्मचारियों के बयान लिए जा रहे है।
बता दें कि 18 अगस्त को कालाकुंड स्टेशन के ऑफिसर्स रेस्ट हाउस के किचन से बगैर मंजूरी के खानपान बिक्री कर सैलानियों को अवैध तरीके से खाना उपलब्ध कराया जा रहा था। विजिलेंस टीम को भनक लगने पर छापेमारी की थी।
दो साल के लिए सौंपा काम
हैरीटेज सेक्शन में घूमने आने वाले सैलानियों की संख्या में इजाफा हुआ है। इनकी सुविधा के लिए रेलवे ने कालाकुंड के ऑफिसर्स रेस्ट हाउस पर 72 हजार रुपए सालाना के मान से दो साल के लिए ठेका दिया है। रेलवे रेस्ट हाउस का किराया वसूला जाएगा। इससे रेलवे को आय होगी। साथ ही अवैध बिक्री पर पूरी तरह से पाबंदी लग सकेगी।
सीएमआई के बयान बाकी
इधर, कालाकुंड में अवैध बिक्री का मामला उजागर होने के बाद रेलवे ने मामले की जांच शुरू की है। स्टेशन मास्टर व आईओडब्ल्यू के बयान लिए गए है। जबकि सीएमआई रविंद्र वर्मा के बयान अभी बाकी है। सूत्रों के मुताबिक स्टेशन मास्टर ने अपने बयान में बताया कि उसने रेस्ट हाउस की चाबी सीएमआई वर्मा के मांगने पर दी थी। वर्मा ने उन्हें बताया था कि उसे खानपान मंजूरी के लिए उच्च स्तरीय मंजूरी मिली है।
रेलवे ने कालाकुंड सेक्शन में यात्रियों की सुविधा के लिए ऑफिसर्स रेस्ट हाउस का ठेका दिवा है। वहां अवैध बिक्री को लेकर जांच कर रही है।
खेमराज मीणा, जनसंपर्क अधिकारी रेल मंडल रतलाम।