– बाप और बेटा तस्करी में लिप्त, सवाल आखिर कौन दे रहा इन्हे सरंक्षण ?
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की मल्टी पार्किंग से गुरुवार रात देशी-विदेशी शराब से भरी एक कार मिली है। शराब से भरी कार मेडिकल कॉलेज में मिलने के बाद कॉलेज प्रशासन पर कई गंभीर सवाल खड़े हो चुके हैं। बड़ी मात्रा में यह शराब जेएमडी ढाबा संचालक की बताई जा रही है। जो की पिछले दिनों बड़ी मात्रा में अवैध शराब ढाबे में और परिवहन की कार्रवाई को लेकर सुर्खियों में रह चुका है।
रतलाम मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की डी ब्लॉक की मल्टी है। इसी मल्टी के नीचे 202 पार्किंग नंबर में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर शैलेंद्र डाबर गुरुवार शाम 7 बजे अपनी कार से पार्किंग के लिए पहुंचे। लेकिन वहां पर पहले से एक कार कवर से ढककर खड़ी थी। उन्हें शराब की बदबू आई। उन्होंने कॉलेज के अन्य डॉक्टर साथियों व मेडिकल कॉलेज सहित पुलिस चौकी पर सूचना दी।लेकिन मौके पर सबसे पहले आबकारी इंस्पेक्टर पुष्पराजसिंह पहुंचे। कार से कवर हटा कर देखा तो उसमें शराब भरी हुई थी। उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी। इसके बाद थाना औद्योगिक प्रभारी राजेंद्र वर्मा बल के साथ पहुंचे। कार को देखा और मौजूद डॉक्टरों से जानकारी ली। इसके बाद थाना प्रभारी ने अपने पुलिस जवान से कार की चॉबी मंगाई। कार को जब्ती में लेकर थाना औद्योगिक क्षेत्र लेकर आए। कार में देशी से लेकर विदेशी शराब की बॉटले व बीयर की केने रखी थी। जिसमें 60 पेटी देशी व 8 पेटी बियर व अंग्रेजी शराब की बॉटले थी।
बाप और बेटा शराब तस्करी में लिप्त
आबकारी इंस्पेक्टर पुष्पराजसिंह ने बताया कि एक दिन पहले बंजली बायपास जेएमडी ढाबे के पीछे जेएमडी किराना दुकान से बसंतीलाल पिता लक्ष्मीनारायण टाक से 34 बीयर जब्त की थी। आबकारी अधिनियम में केस दर्ज किया था। हम दो दिन से इस कार की तलाश कर रहे थे। पुलिस व आबकारी द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई कर शराब से भरी कार को जब्त किया है। वहीं टीआई वर्मा का भी कहना था कि दो दिन पहले जेएमडी ढाबे से 21 क्वार्टर शराब और 16 बोतल बियर जब्त की थी। ढाबे वाले बसंतीलाल टांक के खिलाफ केस बनाया था। इसके अलावा गुरुवार रात बसंतीलाल के बेटे प्रिंस को मेडिकल कॉलेज की पार्किंग में भारी मात्रा में शराब के साथ गिरफ्तार किया है। सूत्रों की मानें तो पिता बसंतीलाल और उसका बेटा प्रिंस लंबे समय से शराब तस्करी में लिप्त हैं। इनके खिलाफ औपचारिक कार्रवाई का नतीजा है कि बदमाश आसानी से छूटकर फिर अवैध कारोबार को बेखौफ शुरू कर देते हैं
लापरवाही या मनमानी सवाल हैं अनेक
मेडिकल कॉलेज में पुलिस चौकी संचालित है। लेकिन गेट पर कोई गार्ड की व्यवस्था नहीं है। मरीज भी लेकर विभिन्न वाहनों से आते है। आरोपी प्रिंस पिता बसंतीलाल को हिरासत में लिया है। औद्योगिक थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज की डी ब्लॉक मल्टी से शराब से भरी कार ((एमपी-43 सीए 7205) जब्त की है। कार में 68 पेटी देशी व विदेशी शराब थी। जिसमें 60 पेटी देशी व 8 पेटी बियर है। कार सेजावता निवासी बसंतीलाल पिता लक्ष्मीनारायण टाक की है। इस व्यक्ति को कुछ दिन पहले अवैध रुप से शराब बेचने पर पकड़ा था। इस कारण कुछ पुलिस वाले परिचित थे। उक्त गाड़ी की तस्दीक की जा रही थी। पुलिस चौकी के बावजूद बड़ी मात्रा में शराब भरी कार मिलना अब कई सवाल खड़े कर चुकी है। पुलिस के अलावा मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर सवाल खड़े हो गए हैं की आखिर किसकी संलिप्ता से शराब माफिया बेखौफ हैं ?