– 10 की सिगरेट 15 रुपए में देने पर शुरू विवाद के बाद लापता हुआ था उज्जैन निवासी युवक
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। उज्जैन से ढोढर आए 9 युवकों का स्थानीय दुकान संचालक से विवाद और मारपीट के बाद लापता 23 वर्षीय लोकेश तंबोलिया निवासी उज्जैन का शव बुधवार दोपहर ग्राम परवलिया स्थित कुएं में मिला है। जिस कुएं से शव मिला है उससे 100 मीटर दूर ही विवाद हुआ था। घटना के पांच दिन बाद शव कुएं में ऊपरी सतह पर लोगों को नजर आया और पुलिस को सूचना दी सूचना मिलने पर एसपी अमित कुमार सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि 10 रुपए की सिगरेट 15 रुपए में देने की बात पर दुकान संचालक और युवकों का विवाद शुरू हुआ था। इसके बाद ढाबे पर दोबारा विवाद होने के बाद उज्जैन निवासी लोकेश तंबोलिया लापता हो गया था। लापरवाही बरतने पर एसपी कुमार पूर्व में ढोढर चौकी प्रभारी कन्हैया अवश्या को सस्पेंड भी कर चुके हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का गृहनगर होने के कारण लोकेश की तलाश के लिए राजनीति हस्तक्षेप भी शुरू हो गया था।
उज्जैन के 23 वर्षीय लोकेश पिता भंवरलाल तंबोलिया के लापता होने की गुत्थी बुधवार दोपहर सुलझ गई। विवाद के बाद लोकेश का छोटा भाई रोहित सहित सात दोस्त वापस उज्जैन लौट गए थे। दो दिन बाद भी लोकेश तंबोलिया के घर नहीं पहुंचने पर उज्जैन के अशोक नगर निवासी सोमिक सुनहरे ने 4 नवंबर-2024 को लोकेश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इस दौरान सोमिक ने पुलिस को बताया था कि मैं और मेरे साथी लोकेश तंबोलिया, उसका भाई रोहित तंबोलिया, दोस्त आनंद उर्फ अभिषेक, रोहित कुमार, लखन, गोलू, गट्टू, कार्तिक व सौरभ 1 नवंबर -2024 को उज्जैन से सांवलियाजी जाने के लिए निकले थे। रास्ते में रात करीब 8 बजे फोरलेन स्थित परवलिया में ढाबे पर रूके थे। यहां आनंद गाड़ी के पास रूका और बाकी सभी डेरे में घूमने गए थे। वहां किराना दुकान संचालक यश चौहान से सिगरेट ली। उसने 10 रुपए की सिगरेट 15 रुपए में दी। इसी पर आपत्ति ली तो विवाद हो गया था। इसके बाद सभी ढाबे पर खाना खाने गए। वहां बाहर निकले तो यश व उसके साथी बाइक पर आए और सिगरेट की बात को लेकर विवाद कर मारपीट शुरू कर दी। लोकेश ने कॉल कर आनंद से कहा कि मैं तो निकल गया, अब तुम भी निकल जाओ। फिर हम वहां से भागे, लेकिन बाद में लोकेश को कॉल किया तो मोबाइल बंद मिला। रातभर लोकेश को ढूंढने के बाद नहीं मिला तो हम वापस उज्जैन चले गए थे। यहां पर पता चला कि लोकेश घर भी नहीं पहुंचा तो रिपोर्ट करने वापस ढोढर चौकी पर आए थे। प्रारंभिक तौर पर पुलिस ने मामले में ग्राम परवलिया निवासी यश, रिंकू, पीयूष सहित 6 लोगों के खिलाफ मारपीट व बलवे का मामला दर्ज किया था। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर हरकत में आई रतलाम एसपी कुमार ने मामले में एसआईटी भी गठित की थी।
दो दिन से जुटी थी लोकेश की तलाश में 6 टीमें
लोकेश तंबोलिया उज्जैन के चिमनगंज थाना क्षेत्र स्थित गली नंबर-5 का निवासी था। उज्जैन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का गृह नगर है। इसलिए उसे तलाशने के लिए राजनीतिक हस्तक्षेप भी शुरू हो गया था। वरिष्ठ अधिकारियों को मामला संज्ञान में आने के बाद रतलाम एसपी कुमार पूरे केस की मॉनिटरिंग कर रहे थे। एसआईटी का गठन कर उसकी कमान एडिशन एसपी राकेश खाखा को सौंपी थी। बताया जा रहा है कि लापता लोकेश की तलाश में दो दिन पूर्व हरकत में आई रतलाम पुलिस ने 6 टीमें गठित की थी। वॉटर प्रूफ ड्रोन से कुओं में तलाशने के साथ करीब डेढ़ सौ स्थानों पर सर्चिंग पिछले 48 घंटों से निरंतर जारी थी। बुधवार को ग्राम परवलिया स्थित कुएं से लोकेश का शव ग्रामीणों द्वारा कुएं में देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव कुएं से निकालने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए जावरा सिविल हॉस्पिटल भिजवाया है।