– मानसून के बंदोबस्त की खुली पोल, रात में हुआ हादसा सुबह पहुंचा बचाव दल
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिला मुख्यालय के करीब गांव बड़ोदिया में बीती रात पुल पार करते समय दो व्यक्ति मोटर साइकिल सहित बह गए। रात में पानी में बहने की सूचना पुलिस को मिल गई लेकिन इस हादसे ने जिला प्रशासन की मानसून पूर्व बंदोबस्त की पोल खोलकर रख दी। दो व्यक्तियों के बहने की ग्रामीणों से सूचना मिलने के बाद भी बचाव दल सोमवार सुबह घटनास्थल पहुंचा। जिम्मेदार बचाव दल के सुबह पहुंचने के पीछे रात में अंधेरा होने का हवाला दे रहे हैं।
ग्रामीणों ने वंदेमातरम् न्यूज को बताया कि रविवार रात 10 बजे हरिकिशन पंवार (67) निवासी रतलाम व शंकर मोरी (30) निवासी गांधी नगर रतलाम दोनों मोटर साइकल से ग्राम नायन में ढाबे से किसी के जन्मदिन की पार्टी मना कर लौट रहे थे। रात में गांव बड़ोदिया में कुरेल नदी पुल पार करते समय मोटर साइकिल सहित दोनो बह गए थे। इनके साथ दो अन्य व्यक्ति बाइक पर सवार थे। रात में पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने ग्रामीणों को जवाब दिया कि रात होने के कारण रेस्क्यू नहीं कर सकते हैं। सोमवार सुबह पुलिस व एसडीआरएफ पहुंची। दोनों की तलाश की। पानी का बहाव तेज होने के कारण काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। दोपहर बाद झाड़ियों में हरिशंकर का शव मिला है। जिसे रतलाम मेडिकल कॉलेज पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। दूसरे की तलाश में अभी भी बचाव दल को सफलता नहीं मिली। देर शाम तेज बारिश होने के कारण तलाश रोक दी गई है, बताया जा रहा है की बचाव दल अब मंगलवार सुबह फिर दूसरे लापता व्यक्ति की तलाश में जुटेगा।
पुल का क्षतिग्रस्त हिस्सा नहीं किया मरम्मत
मानसून पूर्व जिला प्रशासन अपनी सीमा की पुल और पुलियाओं की मरम्मत करता है। बताया जा रहा जिस नदी की पुल हादसा हुआ, उस समय वहां पर पानी था। बहाव भी तेज था। ग्रामीणों ने नदी की पुल पार करने से मना किया। लेकिन वह नहीं माने। पुल के बीच पानी में बाइक लेकर गए। लेकिन जब उन्हें लगा कि बहाव तेज है तो वह वापस बाइक लेकर पलटे। पुलिया के कोने का एक हिस्सा टूटा था। उसी हिस्से में यह चले गए और बहाव में बह गए। अगर यह क्षतिग्रस्त पुलिया नहीं होती तो शायद दोनो नदी में नही बहते और उनकी जान बच सकती थी।