– रतलाम जिले में क्लीन चिट लेने वाले नर्सिंग कॉलेज भी आए शंका के दायरे में
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। नर्सिंग कॉलेज घोटाले की जांच में क्लीन चिट देने के खेल में दिल्ली सीबीआई मुख्यालय की कार्रवाई से प्रदेश के नर्सिंग कॉलेज माफिया में हड़कंप मच गया है। क्लीन चिट देने के मामले में प्रदेश के अन्य नर्सिंग कॉलेज की दलाली में रतलाम जिले के आधार नर्सिंग कॉलेज का नाम सामने आया है। सीबीआई यहां के वाइस प्रिंसिपल जुगल किशोर शर्मा और उसके भाई राधारमण शर्मा को आरोपी बना चुकी है। हैरानी की बात यह है कि सैलाना के जिस आधार नर्सिंग कॉलेज में जुगल किशोर शर्मा बतौर वाइस प्रिंसिपल तैनात है वह ग्वालियर में भास्कर कॉलेज ऑफ नर्सिंग का डायरेक्टर है।
गिरफ्तार CBI अधिकारियों से करीबी संबंध के बाद इंदौर, भोपाल और रतलाम के नर्सिंग कॉलेज के जिम्मेदार बेखौफ होकर प्रदेशभर में नर्सिंग कॉलेज को क्लीन चिट दिलाने की दलाली कर रहे थे। दिल्ली सीबीआई (CBI) की दो टीमों ने भोपाल सहित रतलाम जिले में चार दिन पूर्व घेराबंदी शुरू कर दी थी। जिला पुलिस से सहयोग लेकर सीबीआई (CBI) ने रतलाम, जावरा, सैलाना, बाजना में सरकारी और निजी नर्सिंग होम पहुंचकर दस्तावेज खंगालने के साथ नर्सिंग कॉलेज संचालक, प्राचार्य और उप प्राचार्य को हिरासत में लेकर रातों रात भोपाल के लिए रवाना हो गई। हालांकि अभी तक सैलाना स्थित आधार नर्सिंग कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल जुगल किशोर शर्मा और उसके भाई राधारमण शर्मा को आरोपी बनाया है, जो कि अन्य गिरफ्तार 12 आरोपियों के साथ 29 मई-2024 तक सीबीआई रिमांड पर हैं। इसके अलावा सूत्रों की मानें तो शेष रतलाम जिले से हिरासत में लिए गए नर्सिंग कॉलेज संचालक, प्राचार्य और उप प्राचार्य को शंका के दायरे में लेकर जांच में इसलिए शामिल किया है कि पूर्व में इन्होंने भी अपने – अपने कॉलेजों को भ्रष्ट सीबीआई (CBI) अधिकारियों से सांठगांठ कर हाईकोर्ट में प्रस्तुत रिपोर्ट गलत तैयार करवाई थी।
बंद लिफाफे में हाईकोर्ट की रिपोर्ट पर खड़े हुए सवाल
17 जनवरी-2024 को CBI की और से हाईकोर्ट में बंद लिफाफे में नर्सिंग घोटाले की जांच रिपोर्ट पेश की थी उनमें रतलाम जिले के कई नर्सिंग कॉलेज शामिल थे जो कि मापदंडों पर खरे नहीं थे लेकिन रिपोर्ट में उन्हें मापदंडों के पैमाने में शामिल कर दिया था। भोपाल सूत्रों के मुताबिक रिमांड के दौरान आरोपियों से और हिरासत में लिए गए रतलाम नर्सिंग कॉलेज संचालक, प्राचार्य और उप प्राचार्य से पूछताछ कर सीबीआई (CBI) कई सवाल के जवाब तलाश करेगी। सीबीआई (CBI) की जांच में अहम सवाल यह है कि आखिर रतलाम नर्सिंग कॉलेज की अनसूटेबल रिपोर्ट को सूटेबल बनाने की कहानी कब से और किस मिडिटर के माध्यम से शुरू हुई ?
कोड वर्ड में आरोपी सीबीआई अधिकारी करते थे बात
रतलाम जिले में नर्सिंग कॉलेज घोटाले की जांच सीबीआई (CBI) इंस्पेक्टर सुशील मजोकर के जिम्मे जांच थी। सीबीआई (CBI) इंस्पेक्टर सुशील मजोकर रिपोर्ट भोपाल में गिरफ्तार सीबीआई अफसर राहुल राज के इशारे पर कर रहा था। राहुल राज और सुशील मजोकर के मोबाइल फोन दिल्ली में बैठी सीबीआई (CBI) सर्विसलांस पर लेकर इनपुट तलाश रही थी। दोनों गिरफ्तार सीबीआई (CBI) अधिकारी की मोबाइल पर चर्चा रुपए के दौरान कोड वर्ड में होती थी। जानकारी के अनुसार गर्मी बहुत है तो वह (नियम विपरीत नर्सिंग कॉलेज संचालक) कितने गिलास छाछ पिलाएगा। अचार की कितनी बरनी रखी है और आम कितने किलो लेना है…. बगैरह…बगैरह। दिल्ली सीबीआई ने गुरुवार की रात पुख्ता सबूत जुटाकर भोपाल से राहुल राज को गिरफ्तार कर पूरे खेल का भंडाफोड़ कर दिया।
क्लीन चिट कांड के यह आरोपी अभी नामजद
नर्सिंग घोटाले की जांच में भोपाल से गिरफ्तार सीबीआई अधिकारी राहुल राज सीबीआई इंस्पेक्टर सुशील मजोकर के अलावा रतलाम जिले के सैलाना में आधार नर्सिंग कॉलेज के जुगल किशोर शर्मा और उसका भाई राधारमण शर्मा, दलाल सचिन जैन, मलय नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल सुमा रत्नाम भास्करन, मलय नर्सिंग कॉलेज का चेयरमैन अनिल भास्करन, इंदौर आरडी मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज का रवि भदौरिया, प्रिति तिलकवार, वेद प्रकाश शर्मा, तनवीर खान,भोपाल भाभा नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य जलपना अधिकारी और इंदौर से ओम गिरी गोस्वामी को गिरफ्तार किया है। इन सभी के खिलाफ सीबीआई ने भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।आरोपियों को भोपाल में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार शर्मा की कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने सभी आरोपियों को 29-2024 मई तक रिमांड पर भेज दिया है। रिमांड के दौरान गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में परत-दर-परत राज सामने आएंगे।