– टीआई से लेकर प्रधान आरक्षक को डायरी लिखने की अनिवार्यता का असर आने लगा नजर
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
जिले के गली मोहल्लों में धड़ल्ले से बिकने वाली अवैध शराब पर पाबंदी की कवायद शुरू हो गई है। नवागत एसपी राहुल कुमार लोढ़ा की पुलिस कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए जारी फरमान का असर ऐसा रहा कि पिछले 24 घंटे के भीतर अलग-अलग थानों में दशाई कुल 29 में 23 कार्रवाई आबकारी एक्ट की शामिल हैं। इससे स्पष्ट है कि नवागत एसपी व्यवस्थाओं में कसावट नहीं लाते तो शराब माफियाओं की सांठगांठ का अवैध धंधा गली-मोहल्लों की किराना और चाय दुकान पर बदस्तूर जारी रहता। मुख्यमंत्री के आदेश के डेढ़ वर्ष बाद जिले के थानों में पहली बार एक साथ आबकारी एक्ट में कार्रवाई हुई है।
जिले के अब प्रत्येक थाना के टीआई से लेकर प्रधान आरक्षक को रोजमर्रा के कार्यों को डायरी में नोट करना अनिवार्य है। टीआई को हर पंद्रह दिन में डायरी एसपी को दिखाना होगी, वहीं बाकी को हर हफ्ते मंगलवार को डायरी लेकर पेश होना पड़ेगा। डायरी में रोजमर्रा के कार्यों के आंकलन पर सजा और इनाम तय होंगे। नवागत एसपी लोढ़ा के निर्देश के बाद हरकत में आई जिले के थानों की पुलिस का कार्य सोमवार की कार्रवाई में देखने को मिला। अभी तक थाने के प्रभारी से लेकर बीट प्रभारी अवैध शराब की बिक्री पर होने वाले सवालों को सिरे से इंकार कर अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकते थे। जिले के थानों की सोमावर की रिपोर्ट पर नजर दौड़ाई जाए तो कुल 29 आपराधिक प्रकरण दर्ज हुए हैं। इनमें खास बात यह है कि अवैध शराब परिवहन और सार्वजनिक स्थान पर बैठकर शराब पीने के 23 मामले शामिल हैं, जबकि दो जुआ एक्ट, दो विवाद, एक आम्र्स एक्ट सहित एक दुर्घटना का प्रकरण दर्ज है। जिले में अवैध शराब का अरसे से संचालित हो रहे खेल से इंकार नहीं किया जा सकता। अभी तक थाना प्रभारी से लेकर बीट प्रभारी गंभीर मामले में अनभिज्ञ बने हुए थे।
पूर्व कलेक्टर की तर्ज पर नए कप्तान
कार्यप्रणाली में बेहतर सुधार का स्त्रोत डायरी सिस्टम प्रदेशभर में लगभग खत्म हो चुका है। नवागत एसपी लोढ़ा का आमजन से बेहतर व्यवहार और रोजमर्रा के कार्यों की डायरी लिखने की अनिवार्यता ने जिलेवासियों को तत्कालीन कलेक्टर मनोज झालानी की कार्यप्रणाली को याद दिला दिया। बताया जाता है कि तत्कालीन कलेक्टर झालानी ने राजस्व विभाग में डायरी सिस्टम की अनिवार्यता लागू की थी। बैठक में अधिकारियों से डायरी लेकर रोजमर्रा के कार्यों का अवलोकन कर सजा और इनाम देते थे। इसी तर्ज पर नवागत एसपी लोढ़ा की कार्यप्रणाली चर्चा का विषय बन चुकी है।