जिपं अध्यक्ष के भत्तों में तीन गुना की वृद्धि होते ही हो गई कार्रवाई
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के रतलाम जिला पंचायत की अध्यक्षा लालाबाई के पीए महेश पोरवाल को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। पीए पर अधिकारियों से हर माह 20-20 लीटर डीजल एवं 15 से 20 हजार रुपए मांगने का आरोप था। शिकायत भी जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ निर्देशक शर्मा ने कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी को की थी। स्थानीय स्तर पर सुनवाई नहीं होने पर अधिकारियों ने भोपाल तक शिकायत की थी। जिसके बाद सेवा से बर्खास्त करने की कार्रवाई की है।
बता दे कि जिला पंचायत के अध्यक्षा के पीए पोरवाल द्वारा प्रत्येक जनपद सीईओ, जिला स्तर के प्रत्येक अधिकारी, जिला पंचायत कार्यालय के प्रत्येक शाखा के परियोजना अधिकारी से 20-20 लीटर डीजल, 15 से 20 हजार रुपए हर महीने की व्यवस्था करने को जिपं के अतिरिक्त सीईओ को फोन कर कहा गया। जब उन्होंने इस काम को लेकर असमर्थता जताई तो उनका ट्रांसफर के प्रस्ताव तक बनाने की बात कही। लगातार तीन माह से इन सब कामों को लेकर दबाव बनाया गया। जो मांग की जा रही थी वह भोपाल आने-जाने में होने वाले खर्च सहित अन्य कार्यों के लिए की गई। 7 जून की रात 11.25 बजे पीए पोरवाल द्वारा अतिरिक्त सीईओ को फोन कर फिर से दबाव बनाया था। अगले दिन ही अतिरिक्त सीईओ ने कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ को पूरा घटनाक्रम बताते हुए लिखित में वॉइस रिकॉर्डिंग के साथ शिकायत की गई।
इस मामले को लेकर सबसे पहले वंदेमातरम् न्यूज ने 23 जून को जिपं अध्यक्षा के पीए पर गंभीर आरोप : अधिकारियों से हर माह 20-20 लीटर डीजल व 15 से 20 हजार रुपए की मांग, कलेक्टर को हुई शिकायत शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद 23 जून को भी वंदेमातरम् न्यूज द्वारा पनप रहा आक्रोश: जिपं अध्यक्षा के पति एवं पीए की कार्यशैली से नाराज अधिकारी, कर्मचारी, स्थानीय स्तर पर नहीं हुई कार्रवाई, अब भोपाल पहुंची शिकायत शीर्षक से खबर प्रकाशित की गई थी।
भोपाल तक पहुंची थी शिकायत
जिला पंचायत के अध्यक्ष पति और पीए की दखलंदाजी से अधिकारी एवं कर्मचारी भी परेशान थे। स्थानीय स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं देने पर जिपं के अधिकारियों ने भोपाल तक शिकायत की थी। इधर पीए के बचाव में जिला पंचायत अध्यक्ष के पति द्वारा भी जिला संगठन के मार्फ़त अतिरिक्त सीईओ शर्मा पर आरोप लगाकर मुख्यमंत्री व प्रभारी मंत्री तक को शिकायत कर हटाने के मांग की गई थी।
भत्तों में बढ़ोतरी होते ही कर दी कार्रवाई
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में जिला पंचायत से लेकर जनपदों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों के मानदेय एवं भत्तों में तीन गुना वृद्धि कर दी है। इसके बाद पीए को तुरंत सेवा से बर्खास्त करने की कार्रवाई कई सवालों को खड़ा करती है। क्योंकि की पीए के खिलाफ 8 जून को शिकायत हुई थी, एक माह से अधिक समय होने के बावजूद कार्रवाई नहीं कि गई। भत्तों में बढ़ोतरी होते ही कार्रवाई कर दी गई।