रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रेलवे निजीकरण के विरोध में ड्राइवर काली पट्टी बांधकर ट्रेन चलाएंगे। अन्य कर्मचारी भी इसी तरह विरोध दर्ज कराएंगे।
दरअसल वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ 13 से 19 सितंबर तक सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध सप्ताह मनाएगा। मंडल प्रवक्ता गौरव दुबे का कहना है कि नेशनल फ़ेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन के महामंत्री डॉ. एम राघवैया ने इसका आह्वान किया है। पश्चिम रेलवे के सभी मंडलों पर सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ महामंत्री आरजी काबर व अध्यक्ष शरीफ खान पठान के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। रतलाम मंडल में मंडल मंत्री बीके गर्ग व अध्यक्ष रफीक मंसूरी के नेतृत्व में रतलाम सहित मंडल के इंदौर, महू, उज्जैन, नीमच, चित्तौड़गढ़, दाहोद में कालीपट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। रेलकर्मियों की प्रमुख मांगे है रेल संपत्ति को बेचना बंद किया जाए, रेलवे का निजीकरण बंद किया जाए, रात्री ड्यूटी भत्ते से सीलिंग लिमिट हटाकर शीघ्र सभी कर्मचारियों को लाभ प्रदान किया जाए, बोनस वर्ष 2020-21 का भुगतान किया जाए, पदों को समाप्त (सरेंडर) करना बंद किया जाए, न्यू पेंशन स्कीम को रद्द किया जाए, कोविड की आड़ में तानाशाही बंद की जाए, रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जाए, जनवरी 2020 से जून 2021 का रोके हुए महंगाई भत्ते के एरियर का भुगतान किया जाए। विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने के लिये मंडल उपाध्यक्ष अतुल राठौर व प्रमोद व्यास, सयुक्त मंडल मंत्री चंपालाल गढ़वानी, सहायक मंडल मंत्री दीपक भारद्वाज व प्रताप गिरी, हिमांशु पेटारे, गौरव ठाकुर,संजय कुमार,राजेन्द्र चौधरी, गौरव संत,अरविंद शर्मा ने सभी रेलकर्मियों से आग्रह किया है।