रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। शहर के मिशन हॉस्पिटल कंपाउंड में कब्जा लेने पहुंची जिला प्रशासन की टीम को विरोध झेलना पड़ा। कंपाउंड के रहवासियों के साथ ईसाई समाजजनों ने कार्रवाई का विरोध करते हुए सैलाना बस स्टैंड चौराहे की चारों तरफ की सड़क पर बैठ जाम लगा दिया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के बीच तीखी नोक-झोक के साथ आरोप-प्रत्यारोप भी हुए। तीन घन्टे तक जाम लगा रखा। वाहनों के आगे तक समाज के युवा, महिलाएं लेट गई।
जिला, पुुलिस सहित नगर निगम की संयुक्त टीम शुक्रवार दोपहर कंपाउंड में निर्माण तोड़ने के लिए जेसीबी और ट्रालों के साथ पहुंची। कंपाउंड के प्रापर्टी सेकेट्ररी हेमेंद्र वॉल्टर सैलाना बस स्टैंड फर्स्ट चर्च के फादर सैमसन दास ने वंदेमातरम् न्यूज को चर्चा के दौरान जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि शुक्रवार को कार्रवाई अचानक की गई, इसके पूर्व हमें नोटिस तक नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि 110 वर्षों से हम रह रहे हैं, हमारे पास रजिस्ट्रियां हैं और पूरा मामला कोर्ट में विचाराधीन है। सोमवार को हम कोर्ट से स्टे लेंगे और जो बच सकता है उसे बचाने की पूरी कोशिश करेंगे। चक्काजाम के दौरान मार्गों के दोनों तरफ बड़ी संख्या में वाहनों की कतारें लग गई।
मामले में एसडीएम संजीव केशव पांडेय ने बताया कि यह प्रशासन की जमीन है और हम नियमानुसार यहां साफ-सफाई कर रहे हैं। यहां अतिक्रमण है तो उसे तोड़ने की कार्रवाई की गई है। बताया जाता है कि जिस जमीन को प्रशासन अपने कब्जे में लेने गया वह 2.600 हेक्टेयर जमीन नजूल की है। वही मिशन कंपाउंड जमीन से जुड़े सेक्रेटरी का कहना था कि जमीन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया ट्रस्ट की है। यहां पर सन 1906 से हॉस्पिटल बनाया गया था। जो कि 2010 में बंद हो गया। जिस जमीन को प्रशासन अपने कब्जे में लेने गया वहां 10 परिवार रहते है। शाम 7.10 पर समाजजन सड़क पर से हटे।
कांग्रेस नेताओं ने सुनाई खरी-खरी
संयुक्त टीम की शुरू हुई कार्रवाई के बाद मौके पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा, वरिष्ठ पार्षद यास्मीन शैरानी एवं शहर युवक कांग्रेस अध्यक्ष मंयक जाट सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने अधिकारियों से चर्चा कर कार्रवाई का विरोध भी किया, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के बीच कार्रवाई को लेकर तीखी नोक-झोक भी देखी गई। नोक-झोक के दौरान मीडिया के कैमरे देख अधिकारियों ने बचने की कोशिश भी की। शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया ने कार्रवाई को गलत बताते हुए कहा कि प्रशासन तानाशाही कर रहा है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व दिग्विजय सिंह को अवगत कराया है। शनिवार को समाजजनों के साथ कलेक्टर से मिलेंगे।