रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
भूमाफियाओं के खिलाफ कनेरी रोड पर दूसरे दिन शुक्रवार को लगातार जारी मुहिम से अब सवाल खड़े होने लगे हैं। आमजन में चर्चा है कि प्रशासन समानतापूवर्क कार्रवाई नहीं करते हुए सागौद रोड स्थित भूमाफियाओं द्वारा नियम विरुद्ध काटी कॉलोनी और रसूखदारों के कॉटेज पर कार्रवाई नहीं कर रही? मुहिम के दूसरे दिन कनेरी रोड पर दो अलग-अलग कृषि भूमि पर अवैध तरीके से निर्मित की जा रही कॉलोनियों पर कार्रवाई से जिले के राजस्व विभाग और पुलिस ने दूरी बनाए रखी, जबकि नगर निगम के अधिकारी अकेले भूमि स्वामी का ऐतराज का सामना करते दिखाई दिए।
गुरुवार की तर्ज पर शुक्रवार को भी कनेरी रोड स्थित कृषि भूमि स्वामी राधाबाई शर्मा, राकेश शर्मा, विशाल शर्मा के सर्वे क्रमांक 863/1 की भूमि 1.89 हैक्टेयर पर तानी अवैध कॉलोनी की करीब 500 मीटर लंबी बाउंड्रीवॉल तोड़ने के साथ 700 मीटर से अधिक लंबाई की सीमेंट कांक्रीट सड़क पर पोकलेन मशीनें चली। इसके बाद नगर निगम की टीम पोकलेन लेकर कनेरी रोड स्थित दूसरी अवैध कॉलोनी के भूमि स्वामी धन्नालाल पाटीदार के यहां कार्रवाई करने पहुंचे। धन्नालाल पाटीदार के खेत की बाउंड्रीवॉल सहित बीच में बनाई एक अन्य बाउंड्रीवॉल तोड़ने से पहले पूर्व पार्षद राजेश दवे सहित चांदनीचौक के व्यापारी बड़ी संख्या में एकत्र हो गए। इस दौरान भी राजस्व व पुलिस विभाग की ओर से मौके पर जिम्मेदारों के नहीं पहुंचने पर कार्रवाई का विरोध कर रहे लोगों को इंजीनियर प्रशासन का पक्ष देते नजर आए। पूरी कार्रवाई के दौरान मौके पर सिटी इंजीनियर सुरेशचंद्र व्यास, इंजीनियर श्याम सोनी, उपयंत्री राजेश पाटीदार, मनीष तिवारी एवं ब्रजेश कुशवाह सहित नगर निगम की टीम ही मौजूद रही।
खेत में रोंप दिए रातों-रात पपीते के पौधे
कार्रवाई से बचने के लिए कृषि भूमि स्वामी धन्नालाल पाटीदार की ओर से रातों-रात जमीन में पपीते के पौधे रौंप दिए। नगर निगम की टीम की कार्रवाई के दौरान भूमि स्वामी पाटीदार सहित उनके समर्थकों ने बचाव के लिए काफी तर्क दिए, लेकिन एक नहीं सुनी गई। काम करने आए मजूदरों ने वंदेमातरम् न्यूज को बताया कि कृषि भूमि स्वामी धन्नालाल पाटीदार उन्हें पिछली रात को पपीतें के पौधे रौंपने के लिए मजदूरी पर लेकर आए थे। इतना ही नहीं इसके पूर्व हुई राधाबाई शर्मा सहित अन्य के नाम कृषि भूमि पर काटी अवैध कॉलोनी को प्रशासन की नजरों में धूल झौंकने के लिए बारिश पूर्व सीमेंट कांक्रीट सड़क पर काली मिट्टी बिछा दी गई थी, हालांकि बारिश में मिट्टी हटने से वापस सीसी रोड दिखाई देने लगी थी।