– रतलाम वो स्थान जहां आज प्रेस क्लब ने रचा अभिनव इतिहास – विधायक काश्यप
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
किसी भी प्रेस क्लब का पहला स्थान रतलाम है जहां प्रेस क्लब चिंतन भी करता है और अपने साथियों का सम्मान भी करता है। यह अभिनव प्रयास है। क्योंकि युवा पत्रकारों को जो अवार्ड मिलें हैं, उनका नाम दिवंगत साथियों की स्मृति में है। कम से कम साल में एक बार हम उनकी स्मृतियों और उनकी मेहनत का भी सम्मान करेंगे।
यह बातें रतलाम शहर के विधायक और राज्य योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप ने रतलाम प्रेस क्लब द्वारा आयोजित उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कार समारोह में आतिथ्य प्रदान करते हुए कही। खास बात यह की समारोह में वंदेमातरम् NEWS को सर्वश्रेष्ठ पत्रकारिता के लिए तीन अवार्ड मिले हैं। विधायक काश्यप ने कहा कि घटनाओं के ऊपर पुलिस का काम है तत्काल पंहुचकर अपराधियों को पकड़ना। पत्रकारों का काम घटनाओं की जानकारी ऐसे दी जाए कि समाज में अशांति भी न हो जाग्रति भी बढ़े। रतलाम प्रेस क्लब और पत्रकार सकारात्मक कार्यों में हमेशा आगे रहा है। उन्होंने कहा कि अगली बार से ग्रामीण पत्रकारिता को भी सम्मानित करने की योजना बनाई जाए। रतलाम प्रेस क्लब द्वारा रविवार को पहली बार अपने साथी पत्रकारों को सामाजिक सरोकार से जुड़ी उनकी खबरों के लिए 11-11 हजार रुपए का नगद पुरस्कार और शील्ड प्रदान की गई। इसमें विधायक काश्यप, रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना, डीआईजी मनोज कुमार सिंह, वरिष्ठ पत्रकार और निर्णायक कीर्ति राणा, कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी और एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा थे। संचालन अदिति मिश्रा एवं नीरज बरमेचा ने किया। आभार यश शर्मा ने माना।
रतलाम की पत्रकारिता बेहद सकारात्मक
डीआईजी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि मेरे 30 साल के पुलिस सेवा अनुभव में रतलाम की पत्रकारिता सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने कहा कि रतलाम के पत्रकारों में जिम्मेदारी और समाज के प्रति कर्तव्यों का भाव है। महज 4 महीनों में ही काफी नजदीकी महसूस करता हूं। इस दौरान उन्होंने सड़क हादसों में होने वाली मृत्यु के खिलाफ जनजाग्रति फैलाने का आव्हान करते हुए कहा कि विशेष रूप से अगली बार इस क्षेत्र में खबरें बनाने वाले पत्रकारों को वे स्वंय पुरस्कृत करना चाहेंगे। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने कहा कि रतलाम प्रेस क्लब के पत्रकारों का यह आयोजन न केवल अनूठा रहा बल्कि रतलाम की पत्रकारिता भी बेहद सकारात्मक है। उन्होंने कहा कि प्रशासन, राजनेता के साथ मीडिया यदि सकारात्मक हो तो समाज निश्चित तौर पर विकसित होता है। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने कहा कि पुलिस और पत्रकारों का काम एक जैसा ही है। इसलिए हमें भाई भी कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में सृजन के लिए जितनी जिम्मेदारी प्रशासन और पुलिस की है, उतनी ही पत्रकारों की भी और अब तक रतलाम के कार्यकाल में मेरा अनुभव बहुत अच्छा रहा है।
चुनौतियों के बीच जिम्मेदारी का निर्वाह
वरिष्ठ पत्रकार और निर्णायक कीर्ति राणा ने कहा कि डिजिटल पत्रकारिता के सामने आज बहुत चुनौती है। आज जिसके भी हाथ में फोन है, वह पत्रकार है। पहले समाचारों के प्रकाशन के लिए पर्याप्त समय मिलता था जिसमें अध्य्यन होता था, लेकिन अब समाचार त्वरित हो गए हैं। इस जिम्मेदारी को निभाते हुए डिजिटल और सभी श्रेणियों के पत्रकार जो काम कर रहे हैं वह प्रशंसनीय है। विशेष आमंत्रित सदस्य नीरज कुमार शुक्ला ने आयोजन में आई प्रविष्ठियों की जानकारी दी। संस्था अध्यक्ष मुकेशपुरी गोस्वामी ने आयोजन की रूपरेखा बताते हुए कहा कि अपने दिवंगत पत्रकारों की स्मृति को जीवित रखने और अपने साथी पत्रकारों को सकारात्मक पत्रकारिता के लिए प्रेरित करेगा।
इनकी स्मृति में इन्हें मिले पुरस्कार
प्रिंट मीडिया- स्व. सुशील नाहर स्मृति पुरस्कार आरिफ कुरैशी, स्व. सुरेश पंड्या स्मृति पुरस्कार जितेंद्र श्रीवास्तव, स्व. प्रकाश उपाध्याय स्मृति पुरस्कार अदिति मिश्रा
इलेक्ट्रानिक मीडिया – स्व. प्रकाश खंडेलवाल स्मृति पुरस्कार यशवंत सिंह राठौर, स्व. गोपाल सिंह कुशवाह स्मृति पुरस्कार चंद्रशेखर सोलंकी, स्व. रमेश ललवानी स्मृति पुरस्कार सुधीर जैन
डिजिटल मीडिया- स्व. चांद शर्मा स्मृति पुरस्कार वंदेमातरम् न्यूज के असीम राज पांडेय, स्व. रमाकांत शुक्ल स्मृति पुरस्कार हेमंत भट्ट, स्व. अशोक डोसी स्मृति पुरस्कार दिव्यराज सिंह राठौर
-फोटोग्राफी स्व. गजानन शर्मा मॉय डियर स्मृति पुरस्कार चिंटू मेहता।
उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कार- राजेंद्र केलवा, वंदेमातरम् न्यूज के केके शर्मा, डीएन पंचोली, संजय पाठक, विकल्प मेहता, राजेश पुरोहित, वंदेमातरम् न्यूज के जयदीप गुर्जर, विवेकानंद चौधरी, नीरज बरमेचा।