– 21 नामजद आरोपी में 7 गिरफ्तार, शेष 14 की पुलिस को सरगर्मी से तलाश
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्य प्रदेश के रतलाम (क्रड्डह्लद्यड्डद्व) जिला मुख्यालय अंतर्गत महू-नीमच फोरलेन स्थित कांडरवासा फंटे के पास पांच दिन पूर्व दो युवकों के शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली गई है। बहुचर्चित जघन्य दोहरे हत्याकांड को 21 नामजद आरोपियों ने अंजाम दिया था। इसमें अभी तक 7 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि शेष 14 आरोपियों की पुलिस को सरगर्मी से तलाश है।
बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड को शातिर आरोपियों ने वर्चस्व की लड़ाई को लेकर अंजाम दिया था। आरोपियों ने षड्यंत्र रचकर पहले ग्राम बांगरोद से नेगड़दा पहुंच मार्ग के कच्चे रास्ते पर मोटरसाइकिल सवार केशव गुर्जर और गजेंद्रसिंह डोडिया को चार पहिया वाहनों से टक्कर मार घसीटा। इसके बाद आरोपियों ने एकजुट होकर हॉकी, फावड़े और गेती के हत्थों से मारपीट कर नृशंस हत्या को अंजाम दिया था। शातिर आरोपियों ने हत्या की वारदात के बाद दोनों युवकों के शव को फोरलेन पर लेकर पहुंचे और वहां पर साक्ष्य छिपाते हुए हत्या को दुर्घटना में दर्शाने की भी कोशिश की। शातिर आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अलावा सायबर सेल की मदद से कई साक्ष्य एकत्र किए हैं।
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बहुचर्चित जघन्य हत्याकांड का खुलासा मंगलवार दोपहर पत्रकार वार्ता में किया। एसपी लोढ़ा ने बताया कि 21 व 22 मार्च की दरमियानी रात रतलाम (क्रड्डह्लद्यड्डद्व) फोरलेन पर गश्त के दौरान पुलिसकर्मियों को कांडरवासा फंटे के पास केशव (29) पिता विष्णु गुर्जर निवासी ग्राम सेमलिया, गजेंद्र उर्फ गज्जू (30) पिता पूनमचंद्र डोडिया निवासी ग्राम अमलेटा मृत मिले थे। उनके शरीर पर कई जगह चोट के निशान पाए गए थे। वहीं शवों से कुछ दूरी पर उनकी बाइक भी क्षतिग्रस्त मिली थी। पहले माना जा रहा था कि दोनो युवकों की मौत सडक़ हादसे में हुई होगी। मामले की गंभीरता से जांच के बाद 22 मार्च की दोपहर शव घर ले जाते समय परिजन और ग्रामीणों ने फोरलेन के अमलेटा फंटे पर जाम लगाकर धरना देकर हत्या का आरोप लगाने पर सूक्ष्मता से जांच शुरू की गई। आरोपियों और मृतकों के मोबाइल की कॉल डिटेल निकालने के बाद पता चला कि जिन पर परिजन और ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं, उन्हीं ने वारदात को अंजाम दिया है। इसके बाद पुलिस ने जघन्य हत्याकांड के आरोपियों की तफ्तिश के लिए पांच अलग-अलग टीमों का गठन किया था। मामले में पुलिस ने अभी तक हिस्ट्रीशीटर सूर्यपालसिंह (29) पिता मदनसिंह पडियार निवासी ग्राम बड़ोदिया, राहुल (30)पिता शंकरलाल जाट निवासी ग्राम रामगढ़ (थाना सैलाना), बबलू (31) पिता अमृतलाल गुर्जर निवासी ग्राम बिबड़ोद (थाना दीनदयाल नगर थाना), शैलेंद्र उर्फ शेलू (28) पिता रमेश डिंडोर निवासी पीपली चौक (नामली), अंकित (28)पिता मुकेश कुमावत निवासी नामली, योगेश (23) भंवरलाल राठौर निवासी नामली, अभिषेक (20) पिता रणछोड़ जाट निवासी ग्राम धमोत्तर (थाना नामली) को गिरफ्तार किया है। एसपी लोढ़ा ने बताया कि पुलिस ने अभी तक हत्या में प्रयुक्त काले रंग की क्रेटा सहित तीन कार, एक फावड़ा और डेढ़ लाख के मोबाइल फोन जब्त किए हैं।
वर्चस्व को लेकर जन्मी थी रंजिश
मृतक युवकों और आरोपियों के बीच पिछले लंबे समय से गैंगवार की स्थिति बनी हुई थी। जेल में दोनों पक्षों के बीच मारपीट और बाहर एक-दूसरे को धमकाने की घटना भी हुई थी। इसके अलावा यह गैंग रतलाम शहर में आए दिन शक्ति प्रदर्शन के नाम पर रैली निकालने का काम भी करती थी और लोगों से अवैध रूप से चंदा भी वसूलते थे। पुलिस इस तरह की सक्रिय गैंग की सूची भी तैयार कर रही है। सूत्रों के अनुसार आरोपियों की गैंग हफ्ता वसूली सहित मादक पदार्थ के अलावा अन्य अवैध कार्यों में अरसे से संलग्न थे। इन्हीं की बातों को लेकर मृतक युवकों और आरोपियों के बीच रंजिश पैदा हुई थी। पुलिस रतलाम में संचालित इन तरह की गैंग की सूची तैयार कर रही है जो कि धर्म और संस्कृति के नाम पर आए दिन वाहन रैली के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन कर रही थी। आरोपियों का विश्वास ग्रुप संचालित हो रहा था, वहीं मृतक युवकों का केसरिया ग्रुप संचालित था।
हत्या में शामिल यह आरोपी अभी फरार
नृशंस हत्या में पुलिस को फरार आरोपी कान्हा जाट, दीपक जाट, प्रदीप जोशी, समरथ चौधरी सभी निवासी ग्राम नेगड़दा, रोहित कुमावत, दीपक गेहलोत, विजय मेट, सौरभ गेहलोत सभी निवासी नामली, सौरभ रोंगे (मराठा) निवासी रतलाम, राजाराम चौधरी निवासी जड़वासा कला, दीपक गुर्जर निवासी बिबड़ोद (रतलाम), चरणसिंह जाट निवासी नेगड़दा, ध्रुव जाट निवासी नामली एवं भगवान सिंह निवासी ग्राम बड़ोदिया (थाना नामली) की सरगर्मी से तलाश है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के लिए अलग-अलग स्थानों पर दबिशें भी मार रही है।
हत्याकांड खुलासे में इनकी सराहनीय भूमिका
हत्याकांड के खुलास में एसपी लोढ़ा ने धार जिले के डीएसपी जितेंद्रसिंह सिसोदिया, जिला विशेष शाखा (डीएसबी) के सहायक उपनिरीक्षक शिव नामदेव, प्रधान आरक्षक योगेंद्र सिंह जादौन, जितेंद्र जायसवाल एवं विजय पंजाबी सहित नामली थाने के निरीक्षक विक्रमसिंह चौहान, उपनिरीक्षक सचिन डावर, अनुराग यादव, रवींद्र कुमार मालवीय, केके सिंह पटेल, सहायक उपनिरीक्षक संतोष अग्निहोत्री, महेशकुमार चौधरी, सरदारसिंह परमार, प्रधान आरक्षक राहुल जाट, गोपाल खराड़ी, महेंद्रसिंह राठौर, दीपक बौरासी, आरक्षक मनोहर नागदा, कुलदीप व्यास, शिवराम मोर्य, शांतिलाल राठौर, राघवेंद्र जाट, अविनाश यादव, मनोज मुजाल्दे की भूमिका श्रेष्ठ रही। एसपी लोढ़ा ने टीम में बेहतर कार्य करने वालों को पुरस्कृत करने की भी घोषणा की है।