रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के निर्देश के बाद गुरुवार को जिला परिवहन अधिकारी एवं ट्रैफिक डीएसपी द्वारा स्कूल बसों की आकस्मिक जांच की गई। मानकों के अनुरूप स्पीड गवर्नर एवं सीसीसीटीवी कैमरे नही होने एवं अन्य कमियां होने पर 7 बसों की फिटनेस निरस्त की गई। बड़े स्कूलों के वाहन की जांच होते ही नेताओं के फोन भी अधिकारियों के पास आ गए।
आरटीओ दीपक मांझी व ट्रैफिक डीएसपी अनिल राय के साथ अमले ने सयुंक्त रूप से चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग में हिमालय स्कूल एवं नोबल स्कूल महू रोड की बसों की जांच की गई। सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी की गई guidlines के तहत बसों की जांच की गई। कुल 37 बसें, 5 मैजिक व 4 तूफान वाहन चेक किए गए। मानकों के अनुरूप स्पीड गवर्नर एवं CCTV कैमरे नही होने एवं अन्य कमियां होने पर 7 बसों की फिटनेस निरस्त की। एक बस परमिट न होने पर जब्त की गई। 4 वाहनों पर 34400 रुपए की चालानी कार्यवाही की गई। बसों की स्पीड का टेस्ट स्वयं आरटीओ व ट्रैफिक डीएसपी ने बस में बैठकर ड्राइवर से बस चलवाकर लिया गया। बस स्पीड की लिमिट क्रॉस कर रही थी। बस की फिटनेस मौके पर ही निरस्त की गई।
समस्त ड्राइवर एवं कंडक्टरों को नियमो एवं दिशा निर्देश के संबंध में समझाईश देकर उनकी कॉउंसलिंग की गई। सात दिवस के अंदर समस्त दस्तावेज एवं गाइडलाइन के पालन हेतु स्कूल को नोटिस जारी किया गया। 7 दिवस के अंदर ड्राइवर्स का पुलिस वेरिफिकेशन, वर्दी, नेम प्लेट एवं समस्त दस्तावेज पूर्ण करने नहीं करने पर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।