सत्ता पक्ष की है जिला पंचायत अध्यक्षा, वरिष्ठ अधिकारियों ने साधी चुप्पी
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के रतलाम जिला पंचायत की अध्यक्षा लालाबाई के पीए महेश पोरवाल पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप यह है कि वह विभागीय अधिकारियों से हर माह 20 लीटर डीजल, 15 से 20 हजार रुपए मांग रहे है। यह मांग पीए पोरवाल ने जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ निर्देशक शर्मा से की है। अतिरिक्त सीईओ ने इस मामले को लेकर कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी एवं जिला पंचायत सीईओ जमुना भिड़े को शिकायत की है। इस मामले में बातचीत का ऑडियो भी अतिरिक्त सीईओ के पास मौजूद है। जो कि सबूत के तौर पर कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ को सौंप दिया है। उसी आधार पर पीए महेश पोरवाल को नोटिस भी जारी हो चुका है। सत्ता पक्ष की अध्यक्षा होने के कारण इस पूरे मामले में वरिष्ठ अधिकारी खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं है।
बताया जाता है कि जिला पंचायत के अध्यक्षा के पीए पोरवाल द्वारा प्रत्येक जनपद सीईओ, जिला स्तर के प्रत्येक अधिकारी, जिला पंचायत कार्यालय के प्रत्येक शाखा के परियोजना अधिकारी से 20-20 लीटर डीजल, 15 से 20 हजार रुपए हर महीने की व्यवस्था करने को जिपं के अतिरिक्त सीईओ को फोन कर कहा गया। जब उन्होंने इस काम को लेकर असमर्थता जताई तो उनका ट्रांसफर के प्रस्ताव तक बनाने की बात कही। लगातार तीन माह से इन सब कामों को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार जो मांग की जा रही है वह भोपाल आने-जाने में होने वाले खर्च सहित अन्य कार्यों के लिए की जा रही है। सूत्रों के अनुसार 7 जून को रात 11.25 पर पीए पोरवाल द्वारा अतिरिक्त सीईओ को फोन कर फिर से दबाव बनाया था। अगले दिन ही अतिरिक्त सीईओ ने कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ को पूरा घटनाक्रम बताते हुए लिखित में शिकायत की गई।
पोरवाल सैलाना विधायक के रह चुका है पीए
बता दें कि पूर्व में सैलाना की विधायक रही संगीता चारेल का भी पोरवाल पीए रह चुका है। बाद में जिला पंचायत में कम्प्यूटर ऑपरेटर के रूप में पदस्थ हुआ। जिला पंचायत चुनाव के बाद वह जिला पंचायत अध्यक्ष के पीए बन गए। अध्यक्षा लालाबाई तो कुछ बोल नहीं पाती है लेकिन सारे काम इनके पति व पीए पोरवाल द्वारा ही किए जा रहे हैं। उनकी इस कार्यशैली से अधिकारी वर्ग भी नाराज है। लेकिन सत्ता पक्ष के होने के कारण सब चुपचाप बैठे है। इस पूरे घटनाक्रम को प्रशासनिक वरिष्ठ अधिकारी कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है। वहीं जिला पंचायत के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार मामला प्रशासनिक अधिकारी के संज्ञान में है, जो भी कार्रवाई हो रही है वह कलेक्टोरेट से होने की बात कह रहे हैं। इस मामले में जब जिला पंचायत अध्यक्षा लाला बाई से बात करना चाही तो मोबाइल उनके पति शंभुलाल सूर्यवंशी ने रिसीव किया। इस मामले में अनभिज्ञता जताते हुए आपको किसने जानकारी दी यह पूछने लगे, लेकिन जवाब नहीं दे पाए।