रतलाम, वन्देमातरम् न्यूज।
कनेरी रोड पर शिवमहापुराण कथा में सुरक्षा को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों का निर्देश पालन होता नजर नहीं आ रहा है। तीसरे दिन भी कथास्थल पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही से 7 महिलाओं के गले से सोने के मंगलसूत्र और चेन चोरी की वारदात हुई। हालाँकि फरियादी महिला की सूझ-बूझ से 3 सदस्यीय महिला चोर गिरोह गिरफ्तार हुआ है। पूरे मामले में पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही इसलिए सामने आ रही की वह अपने परिचित और परिवार के सदस्यों को कथास्थल पर वीआईपी सुविधा देने में जुटे रहते हैं। कथा समाप्ति के बाद बड़ी संख्या में भीड़ को अपने गंतव्य तक पहुंचाने से बेखबर होकर जिम्मेदार सेल्फी लेने में मस्त नजर आते हैं। आरती के दौरान भी समस्त पुलिसकर्मी व्यास पीठ पर चढ़कर स्वयं का और परिवार का फोटो खिंचवाने में लगे रहते हैं। वहीं वहीं कुछ पुलिसकर्मी कथा सुनने के लिए यूनिफार्म पहन के परिवार के साथ आकर बैठ रहे हैं जिन पर पुलिस के आला अधिकारियों का भी ध्यान नहीं है
अलकापुरी निवासी सीमा पति सुरेश पाटीदार ने दीनदयाल नगर थाने पर एफआईआर दर्ज करवाई है। फरियादी सीमा पाटीदार के अनुसार सोमवार को कथा पश्चात आरती के दौरान भीड़ में एक महिला उनके गले से सोने की चेन खींच रही थी। सूझ-बूझ और सतर्कता से उनके द्वारा आरोपी महिला रज्जो पति रमेश जाटव को पकड़ शोर किया। भीड़ ने आरोपी महिला रज्जो को जब पुलिस के सुपुर्द किया तब पता चला की रज्जो के साथ आरोपी गीता पति गोविन्द जाटव दोनों इंदौर निवासी सहित एक अन्य आरोपी महिला टीना मालवी निवासी ग्राम जेथपुरा (नीमच) गिरोह के रूप में कथास्थल पर सक्रीय थी और उनके द्वारा 6 महिलाओं के गले से मंगलसूत्र और एक महिला के गले से सोने की चेन चोरी को अंजाम दिया।
इन महिलाओं के आभूषण हुए चोरी
1 – सीमा पति सुरेश पाटीदार निवासी अलकापुरी।
2 – सजनबाई पति लक्ष्मीनारायण बोरीवाल निवासी वेदव्यास कॉलोनी।
3 – सावित्रीबाई पिता भेरूलाल बोरीवाल निवासी हाट की चौकी।
4 – ज्योति पति दिलीप तंवर निवासी शुभमश्री कॉलोनी।
5 – सुनीता पति जगदीशचंद्र राठौर निवासी मोहननगर।
6 – शांतिबाई पति स्वर्गीय चंदमलजी राठौर निवासी खाचरौद।
7 – रूपाली पति विजय सगरग निवासी त्रिवेणी रोड।
सेवा देने वालों ने जताया विरोध
मंगलवार को कथा समाप्ति के बाद पुलिस अधिकारियों द्वारा पांडाल में बैठी महिलाओं को बाहर करने पर स्थानीय सेवा देने वालों ने विरोध जताया। सेवा देने वालों का कहना था कि कई लोग बाहर से आये है ऐसे में उन्हें पांडाल में रहने दिया जाए। जबकि स्वयं पुलिस अधिकारी आमजन के ध्यान न देते हुए कथा में अपने परिवार की सेवा देने में लगे है। राजा राठौड़ रवि पंवार, जगदीश पहलवान, कैलाश झालानी, महेन्द्र कुमार, नीलेश परमार, शीतल माहेश्वरी, मुकेश साहनी आदि ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर रोष जताया। राजा राठोड़ ने बताया कि खासकर महिला पुलिस अधिकारियों की कार्यप्रणाली से महिलाओं को काफी परेशानी हो रही है। कई महिलाओं के बैग तक उठा कर फेंक दिए गए।
फोटो – कथा पांडाल में अपने परिवार की सेवा में लगा पुलिसकर्मी।