– सैलाना के ग्राम उमर में डेढ़ दर्जन से अधिक भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल
दीपक राठौड़
रतलाम/रावटी, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव -2023 में प्रत्याशियों के भाग्य पर मुहर लगने में कुछ ही दिन शेष बचे हैं। ऐसे में भाजपा से नाराज कार्यकर्ता चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों की रीति-नीति सहित कार्यप्रणाली से प्रेरित होकर कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं। रतलाम-ग्रामीण विधानसभा के ग्राम ऊसरगार के बाद भाजपा को सैलाना विधानसभा के ग्राम उमर में झटका लगा है। पार्टी के करीब डेढ़ दर्जन से अधिक भाजपाईयों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है। चुनाव के एनवक्त पर भाजपा में जमीनी कार्यकर्ताओं की नाराजगी होना सत्ताधारी पार्टी के लिए मुसीबत का सवाल है।
17 नवंबर को मशीनों में बंद होने वाला प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 3 दिसंबर को सुनाया जाएगा। इसके पहले कांग्रेस,भाजपा सहित बगावत कर मैदान में उतरे निर्दलीय प्रत्याशी दिन-रात अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए घर-घर दस्तक दे रहे हैं। रोमांच के इस दौर में सैलाना विधानसभा क्षेत्र के विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी हर्षविजय गेहलोत और रतलाम-ग्रामीण प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह डिंडोर को जन आशीर्वाद के साथ पार्टी को मजबूत करने के लिए भाजपा के नाराज कार्यकर्ताओं को साथ जोडऩे का मौका भी मिल रहा है। सैलाना विधानसभा के ग्राम उमर में बीती रात जनसंपर्क के दौरान विधायक एवं कांग्रेस प्रत्याशी गेहलोत का दामन भाजपा से नाराज पूर्व उपसरपंच दिनेश लबाना, मदन, अंबालाल, जितेंद्र सोलंकी, हकरू मईड़ा, श्यामलाल मईड़ा, मडिया, कमल लबाना, सांवरिया भूरिया, लालसिंग वसुनिया सहित डेढ़ दर्जन कार्यकर्ताओं ने थामा है। इसके पूर्व रतलाम-ग्रामीण विधानसभा से भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता दिनेश पाटीदार सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस में शामिल होकर भाजपा की चिंता बढ़ा दी है। भाजपा के संगठन स्तर पर इस बात का मंथन का दौर शुरू हो गया है कि चुनाव के एनवक्त पर असंतुष्टों की नाराजगी कैसे खत्म कर घर वापसी कराई जाए।