– प्रदर्शन स्थल पर कलेक्टर ने नाराज डॉक्टरों से चर्चा कर समझी शिकायत की गंभीरता
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्य प्रदेश का रतलाम मेडिकल कॉलेज एक बार फिर विवादों से घिर चुका है। अबकी बार डॉक्टरों ने डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार रात की घटना के बाद बुधवार सुबह से डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया। इसके कारण स्टूडेंट की क्लास के अलावा मरीजों का उपचार नहीं हो सका। डॉक्टरों की मांग है कि जब तक डीन डॉ. गुप्ता को नहीं हटाया जाएगा, तब तक वह काम पर नहीं लौटेंगे। प्रदर्शन के 24 घंटे बाद भी अगर नाराज डॉक्टरों की मांग पूरी नहीं होती है तो वह इमरजेंसी (आपात) सेवा भी बंद कर देंगे।
मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के बैनर तले बुधवार सुबह मेडिकल कॉलेज में काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दी है। बता दें कि साथी डॉक्टर की पत्नी के प्रसव के बाद प्राइवेट रूम को लेकर मंगलवार दोपहर डॉक्टर और डीन डॉ. गुप्ता के बीच छिड़ा विवाद रात में औद्योगिक थाने पहुंच गया था। डीन डॉ. गुप्ता ने मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन (एमटीए) अध्यक्ष डॉ. प्रवीणसिंह बघेल सहित तीन डॉक्टरों पर घर में घुसकर मारपीट का आरोप लगाया है। इधर नाराज डॉक्टरों ने भी डीन डॉ. गुप्ता के खिलाफ थाने पर आवेदन दिया है। कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार से चर्चा के दौरान नाराज डॉक्टरों ने बताया कि उनके साथ पुलिस ने भी पक्षपात पूर्ण कार्रवाई की है। कलेक्टर लाक्षाकार ने नाराज डॉक्टरों की शिकायत सुनने के बाद डीन डॉ. गुप्ता को बुलाने की कोशिश की तो डीन की पत्नी डॉ. रेखा गुप्ता ने तबीयत खराब का हवाला दिया। कलेक्टर लाक्षाकार ने क्लास रूम में पहुंचकर स्टूडेंट से चर्चा कर उनकी समस्याएं पूछी। इसके बाद कॉलेज के अस्पताल का निरीक्षण भी किया। यहां पर मरीजों के परिजनों ने कलेक्टर लाक्षाकार को जांच के नाम पर डॉक्टरों द्वारा परेशान करने की शिकायत की गई और मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं पर भी नाराजी जताई। कलेक्टर ने परिजनों की शिकायत सुनने के बाद डॉ. रेखा गुप्ता से चर्चा कर उन्हें कार्यों में सुधार लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर लाक्षाकार के साथ एसडीएम संजीव कुमार पांडेय ने नाराज डॉक्टरों से चर्चा कर शिकायत सुनी और जल्द से जल्द समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया। पूरे मामले में काम बंद कर हड़ताल पर गए नाराज डॉक्टरों ने डीन डॉ. गुप्ता के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए उन्हें तत्काल हटाने की मांग की।
विवाद का यह है कारण
मंगलवार को कॉलेज के एसोसिएट डॉ. राहुल मैड़ा की पत्नी को सीजर से डिलीवरी हुई थी। डॉ. होने के नाते अन्य डॉक्टरों ने उनके लिए प्राइवेट वार्ड में व्यवस्था की थी। इसी बात को लेकर डीन डॉ. गुप्ता ने आपत्ति लेते हुए उन्हें दूसरे वार्ड में ले जाकर रखने को कहा। मामला उस समय तूल पकड़ गया जब डॉ. मैड़ा प्रसूता पत्नी को मेडिकल कॉलेज से निजी अस्पताल लेकर चेले गए। इसके बाद मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन में नाराजी उपजी। एसोसिएशन अध्यक्ष मुद्दे पर जब डीन डॉ. गुप्ता के घर चर्चा के लिए पहुंचे तो उनके साथ अन्य डॉक्टर भी साथ थे। यहां पर चर्चा के दौरान विवाद हुआ। नाराज डॉक्टरों का आरोप है कि उन्होंने किसी के साथ मारपीट और अभ्रदता नहीं की है। डीन डॉ. गुप्ता शराब के नशे में हमेशा रहते हैं और उन्होंने झूठी रिपोर्ट करवाई। पुलिस ने भी उन्हीं का पक्ष लिया।