रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
दीपावली के पूर्व विशिष्ट संयोग के साथ कार्तिक कृष्ण पक्ष में इस बार पुष्य नक्षत्र 18 अक्टूम्बर मंगलवार को आ रहा है। सूर्योदय पूर्व 5:12 बजे से आरंभ हो रहा है जो संपूर्ण दिन व सम्पूर्ण रात्रि विद्यमान रहते हुए अगले दिन 19 अक्टूम्बर को सूर्योदय उपरान्त प्रातः 8:02 बजे तक रहेगा। पुष्य नक्षत्र में की गई खरीदारी लाभप्रद होती है। इस दिन सोना, चांदी , वस्त्र , कलम, दवात, बहीखाते, मशीनरी हर चीज की साज-सज्जा संबंधी सामग्री की खरीददारी करना शुभ है।
ज्योतिषाचार्य पं. संजयशिवशंकर दवे ने बताया ज्योतिष मान्यता के अनुसार प्रत्येक शुभ कार्य में पुष्य नक्षत्र को सर्वश्रेष्ठ सर्वसिद्धि प्रदाता माना गया है। पुष्य नक्षत्र में चंद्रमा स्वग्रही होकर हर्षित होता है। पुष्य नक्षत्र को सबसे पवित्र माना जाता है,क्योंकि चंद्र की राशि कर्क है और कर्क राशि में चंद्रमा स्वग्रही रहता है। बारह राशियों में एकमात्र कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है और पुष्य नक्षत्र के सभी चरणों के दौरान ही चंद्रमा कर्क राशि में स्थित होता है, इसके अलावा चंद्रमा अन्य किसी राशि का स्वामी नहीं है। इसलिए पुष्य नक्षत्र को शान्ति समृद्धि के लिए अत्यन्त पवित्र माना जाता है।
पंडित दवे ने बताया श्री सिद्ध विजय पंचांग के अनुसार इस बार 2 दिन 18 अक्टूम्बर मंगलवार व 19 अक्टूम्बर बुधवार को उदित का पुष्य नक्षत्र का संयोग देखने को मिल रहा है। 18 अक्टूम्बर को संपूर्ण दिन और सम्पूर्ण रात्रि तक पुष्य नक्षत्र विद्यमान रहेगा व अगले दिन 19 अक्टूम्बर को सूर्योदय के उपरांत प्रातः 8:02 बजे तक रहेगा। दो दिन तक पुष्य नक्षत्र के सूर्योदय के समय विद्यमान रहने से दोनों ही दिन खरीदारी हेतु शुभ रहेंगे।
खरीददारी का यह रहेगा शुभमुहूर्त
18 अक्टूम्बर को प्रातः 9 बजे से प्रातः10:30 बजे तक चल, 10:30 से दोपहर 12 बजे तक लाभ, दोपहर 12 से 1:30 अमृत, दोपहर 3 से 4:30 शुभ, सायं 7:30 से रात्रि 9 बजे तक लाभ। 19 अक्टूम्बर को प्रातः 7:30 से 9 बजे तक अमृत, प्रातः 10:30 से 12 शुभ, दोपहर 3 से 4:30 चल, सायं 4:30 से 6 लाभ एवं सायं 7:30 से 9 बजे तक शुभ।