रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। खान-पान की सामग्री ट्रेनों में बेचने वाले अवैध वेंडरो के बीच मंगलवार रात जम्मूतवी एक्सप्रेस में चाकूबाजी हो गई। घटना में तीन वेंडर घायल हो गए। जिनमें से एक वेंडर गंभीर घायल है। चलती ट्रेन में हुई वारदात से कोच के यात्री भी दहशत में रहे। ट्रेन के रतलाम पहुंचने पर घायलों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में भी घायलों के परिजन ने जमकर हंगामा हुआ। पूरी वारदात ने रेलवे प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है।
घायल उमेश (20) पिता मणिलाल प्रजापत निवासी राम मंदिर क्षेत्र ने बताया कि मैं, मेरा भाई गोलू उर्फ नरेंद्र (28) प्रजापत निवासी मोतीनगर और प्रकाश नंदेड़ा (35) निवासी मोती नगर हम तीनों ट्रेन में पॉपकार्न बेचते हैं। मंगलवार रात गुजरात के दाहोद से जम्मूतवी एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार होकर रतलाम आ रहे थे। रास्ते में रावटी के पास अमरगढ़ और भैरोगढ़ स्टेशन के बीच ट्रेन में आइसक्रीम बेचने वाले दशरथ ने विवाद किया। दशरथ ने तीनों पर चाकू से हमला किया। जैसे-तैसे वहां से जान बचाकर निकले। इस दौरान ट्रेन के डिब्बे में अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन रतलाम स्टेशन के प्लेटफॉर्म 5 पर रात 9.30 बजे आई। घायलों को तुरंत एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया।
अस्पताल में जमकर मचा हंगामा
घायलों के परिजनों को जानकारी लगने पर वह भी अपने आस पड़ोस के लोगों के साथ अस्पताल पहुंचे। इस दौरान घायलों को परिजनों को पता चला कि चाकू मारने वाला आरोपी भी यहां घायल अवस्था में पहुंचा तो घायलों के कुछ साथियों ने उसके साथ जिला अस्पताल में मारपीट शुरू कर दी, इससे वहां हंगामा हो गया। हंगामे की सूचना पर स्टेशन रोड थाने का बल भी पहुंचा और स्थिति काबू में की। समाचार लिखे जाने तक चाकू मारने वाला दशरथ देर रात तक जीआरपी गिरफ्तार नहीं कर सकी।
अवैध वेंडरों का ट्रेनों में कब्जा
बताया जा रहा है कि ट्रेन में अवैध रूप से खान-पान का सामान बेचने वाले अवैध वेंडरों के बीच विवाद एक माह से चल रहा है। घायल प्रकाश की पत्नी आरती ने बताया कि 20 दिन पहले भी दशरथ ने मेरे पति के सिर पर लोहे की रॉड मारी थी। इसके बाद से ही दशरथ और उसका भाई अमृत लगातार विवाद कर रहे हैं। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच जीआरपी कर रही है। खुले आम ट्रेन में चाकू बाजी की घटना ने रेलवे सुरक्षा बलों की लापरवाही उजागर कर दी है। रतलाम रेलवे प्रशासन सहित आरपीएफ और जीआरपीएफ की सांठगांठ से ट्रेनों में अवैध वेंडरों का व्यापार काफी फल फूल रहा है।
भारतीय रेल सुरक्षा की दृष्टि से बहुत गंभीर स्थिति है पुरी ट्रेन में ना कोई पुलिसकर्मी होता है ना कुछ नहीं किसी प्रकार की कोई सुरक्षा नहीं होती है आए दिन किन्नर चढ़कर लोगों से बदतमीजी करते हैं मारपीट करते हैं,चोर सामान बेचने के लिए ट्रेनों में घूमते रहते हैं
thanks…..