– लड़की के परिजन को देने के नाम पर 1.90 लाख रुपए लेकर आरोपी फरार
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। नासिक की एक महिला और रतलाम जिले के 2 लोगों ने मिलकर मुंबई निवासी युवती की धोखे से ग्राम केरवासा में एक युवक से शादी करवा दी। फिर युवक से दुल्हन के परिजन को देने के नाम पर 1 लाख 90 हजार रुपए ऐंठ लिए। डेढ़ महीने बाद युवती ने रुपए ऐंठने वालों की पोल खोलते हुए युवक को बताया कि वे लोग मुझे काम दिलाने के बहाने लाए थे। यहां रुपए लेकर शादी करवा दी। अब पति की रिपोर्ट पर पुलिस ने नासिक निवासी महिला समेत 3 पर केस दर्ज किया है।
आईए पुलिस थाना प्रभारी मुनेंद्र गौतम ने बताया कि फरियादी नानालाल भांभी निवासी ग्राम केरवासा ने आरोपी भूरानाथ उर्फ भूरिया निवासी ग्राम रिंगनिया थाना नामली, गोपाल पंडा निवासी ग्राम बड़ोदिया जिला रतलाम व जयश्री दाते उर्फ मोना निवासी नासिक महाराष्ट्र के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाई है। इसमें नानालाल ने बताया कि मैं शादी के लिए लड़की ढूंढ रहा था। डेढ़ महीने पहले अगस्त के पहले सप्ताह में मुझे मुंह बोले मौसा बाबूलाल माली निवासी नामली ने कहा कि ग्राम बड़ोदिया निवासी गोपाल पंडा की नजर में एक लड़की है। नानालाल ने कहा ठीक है दिखा दीजिए। इसके बाद मौसाजी के साथ गोपाल पंडा, जयश्री दाते उर्फ मोना, भूरानाथ उर्फ भरिवा ये तीनों लक्ष्मी उर्फ रत्ना निवासी उल्लास नगर मुंबई को लेकर मेरे घर केरवासा आए। इन्होंने बताया कि जयश्री उर्फ मोना लक्ष्मी की मौसी है। लक्ष्मी को शादी करना है। नानालाल व लक्ष्मी ने बातचीत की और लड़की पसंद आने पर शादी के लिए हां कर दी। नानालाल व उसके परिजन से कहा कि लक्ष्मी के परिवार वालों को शादी खर्च व अन्य जरूरत के लिए 1 लाख 90 हजार रुपए देने पड़ेंगे। तीसरे दिन हम जावरा कोर्ट पहुंचे, जहां शपथ-पत्र पर शादी का एग्रीमेंट लिखा और भूरानाथ, गोपाल व जयश्री ने नानालाल से 1 लाख 90 हजार रुपए ले लिए तथा ये कहकर चले गए कि यह रुपए हम तीनों मिलकर लक्ष्मी के घर भेज देंगे।
युवती ने खोली पोल, तीनों ने धोखे से शादी करवाई व रुपए ले गए
करीब डेढ़ महीने बाद लक्ष्मी उर्फ रत्ना ने नानालाल को सच्चाई बताई तथा कहा कि मैं बेरोजगार थीं। इसलिए मोना उर्फ जयश्री ने मुझे रतलाम अस्पताल में काम दिलाने की बात कही और मुंबई से यहां लाई थीं। फिर मोना ने लक्ष्मी को गोपाल पंडा व भूरानाथ से मिलवाया। इन्होंने डराया धमकाया कि कोई काम नहीं मिलेगा। तुम्हारी अच्छी जगह शादी करवा देंगे। यहीं बस जाना और जीवन संवर जाएगा। लक्ष्मी ने शादी से मना किया तो जान से मारने की धमकी दी और डराया। इसलिए लक्ष्मी उर्फ रत्ना ने अब तक बात नानालाल को सच्चाई नहीं बताई थी लेकिन अब जब विश्वास जम गया तो पूरी उजागर की। जैसे ही नानालाल को मालूम हुआ कि जयश्री उर्फ मोना, भूरानाथ व गोपाल पंडा ने धोखाधड़ी करते हुए रुपए ऐंठ लिए तो उसने तीनों के खिलाफ केस दर्ज करवाया। जांच अधिकारी सरसी चौकी प्रभारी विजय बामनिया ने बताया कि बीएनएस की धारा 318 (4) व 351 (2) में एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। बता दें कि अभी नानालाल के साथ लक्ष्मी ग्राम केरवासा में ही रह रही है।