– स्कूलों की मान्यता के नाम पर अवैध वसूली, भोपाल से हुई उच्च स्तर पर कार्रवाई
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार एक बार फिर उजागर हुआ है। रतलाम विकासखंड के विकासखंड स्त्रोत समन्वयक (बीआरसी) प्रणव द्विवेदी को स्कूलों से मान्यता नवीनीकरण और कमियों के नाम पर अवैध वसूली के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। लोक शिक्षण संचालनालय मध्यप्रदेश की आयुक्त शिल्पा गुप्ता ने यह कार्रवाई की है।

सूत्रों के अनुसार, जिले के कई स्कूल संचालकों ने आरोप लगाया था कि विभागीय अधिकारी स्कूलों की मान्यता के एवज में जबरन धनराशि वसूलते हैं। यहां तक कि उक्त सस्पेंड बीआरसी द्विवेदी ने भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय के परिचित के भाई से भी स्कूल में जाकर 30 हजार रुपये की अवैध मांग की थी। इस मामले को लेकर उपाध्याय ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से लेकर मंत्री चैतन्य काश्यप तक शिकायत पहुंचाई थी। भ्रष्टाचार की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर राजेश बाथम ने सात दिन पूर्व ही द्विवेदी को पद से हटाकर उनके मूल स्थान पर भेज दिया था। इसके बाद भोपाल स्तर पर सस्पेंड की अनुशंसा की गई थी।
सस्पेंड आदेश में मीडिया की खबर का जिक्र
सस्पेंड आदेश में उल्लेख है कि द्विवेदी द्वारा किए गए आर्थिक अनियमितताओं की खबरें वंदेमातरम् NEWS sahit अन्य समाचारों में प्रकाशित हुईं, जिससे जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की छवि को नुकसान पहुंचा है। कलेक्टर द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक ने सहमति देते हुए कार्रवाई की। फिलहाल, द्विवेदी को आलोट विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अटैच किया गया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कदम प्रशासन की कड़ी चेतावनी है कि शिक्षा जैसे पवित्र क्षेत्र में अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।