– सायर चबूतरा की घटना के बाद सख्त तेवर, शहर के खुले नाले व सीवरेज के चेंबरों को जल्द ढंके
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
न्यू बाजना बस स्टैंड से अमृतसागर तालाब बगीचे के बीच 2.88 करोड़ रुपए से 10 दिन पूर्व बनी नवनिर्मित फोरलेन से सीमेंट और गिट्टी उखडऩे ने गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मुद्दे की गंभीरता पर गुुरुवार को महापौर प्रहलाद पटेल नगर निगम इंजीनियरों की टीम लेकर जांच करने पहुंचे। सायबर चबूतरा क्षेत्र के खुले चेंबर में महिला के गिरने पर घटनास्थल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान लापरवाही बरतने वाले इंजीनियरों को लताड़ लगाते हुए शहर के खुले नाले व सीवरेज चेंबरों को जल्द से जल्द ढंकने के निर्देश दिए।
न्यू बाजना बस स्टैंड से अमृतसागर तालाब बगीचे की नवनिर्मित फोरलेन के खराब होने का विरोध हुआ तो ठेकेदार हितेश सुराना ने खुदाई कर मरम्मत कार्य शुरू किया, ताकि खराब हिस्से को सुधार कार्रवाई से बच सकें। पौने तीन करोड़ की अधिक लागत से नवनिर्मित फोरलेन की गुणवत्ता पर सवाल खड़े होने के बाद महापौर पटेल ने मौके पर जांच का निर्णय लिया। गुरुवार को वह अमले के साथ न्यू बाजना बस स्टैंड पहुंचे और फोरलेन की गुणवत्ता को परखने के साथ स्थानीय दुकानदारों से चर्चा की। इस दौरान दुकानदारों ने बताया कि इस हिस्से के निर्माण के दौरान एक ट्राला रिवर्स हुआ था, जिससे उसी समय सडक़ का यह हिस्सा कमजोर हो गया था। मुद्दे की गंभीरता पर मौके पर मौजूद सिटी इंजीनियर जीके जायसवाल और उपयंत्री राजेश पाटीदार को महापौर पटेल ने ताकिद किया कि किसी भी सूरत में गुणवत्ता में कमी नहीं आनी चाहिए। नवनिर्मित फोरलेन निर्माण का तीन वर्ष तक ठेकेदार को मेंटनेंस करना है। शुरुआती दौर में एक हिस्से में आई खराबी के बाद सुधारने का दौर जारी है, लेकिन आने वाले समय में उक्त फोरलेन पर खराबी मिलती है तो रहवासी महापौर पटेल को सीधे सूचित कर सकते हैं।
… शर्म करो थोड़ी शर्म करो, क्या है यह ?
सायर चबूतरा क्षेत्र में निर्माणाधीन सडक़ के चेंबर में बीती रात एक महिला के गिरने की घटना के बाद महापौर पटेल ने इंजीनियरों के साथ निरीक्षण किया। घटनास्थल को देखकर नगर निगम द्वारा बरती जा रही लापरवाही पर महापौर पटेल उपयंत्री ब्रजेश कुशवाह पर जमकर बरसे। महापौर पटेल ने कार्य में बरती लापरवाही को भांपते हुए यहां तक कहा कि …शर्म करो थोड़ी शर्म करो, क्या है यह ? इस दौरान सिटी इंजीनियर जायसवाल को शहर के खुले नाले और सीवरेज चेंबरों को भी मानसून आने से पहले ढंकने के निर्देश दिए।