रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन एवं वेस्टर्न रेलवे एम्प्लॉइज यूनियन द्वारा रेलवे के निजीकरण के खिलाफ दो दिनी चेतावनी दिवस में बुधवार को कर्मचारियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया गया।
दोपहर 12 बजे डीआरएम ऑफिस परिसर में मंडल अध्यक्ष एसएस शर्मा एवं मंडल मंत्री मनोहर सिंह बारठ के नेतृत्व में प्रदर्शन प्रारंभ हुआ। मंडल अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार जहां रेल कर्मचारियों को डीए एवं महंगाई भत्ता का एरियर नहीं दे रही है। वहीं निजी कंपनियों को बढ़ावा देने की बात कर रही है। यह रेल कर्मचारी बर्दाश्त नहीं करेगा। जहां रेलवे प्लेटफार्म व रेलवे कॉलोनी निजी हाथों में देने के प्रयास को भी यह फेडरेशन सफल नही होने देगा। मंडल मंत्री बारठ ने कहा कि केंद्र सरकार कर्मचारियों की मूलभूत सुविधाएं केंद्र सरकार छीन रही है। नई भर्तियां नहीं निकाल रही है। 4 वर्षों से नई भर्ती नहीं निकली गई। केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन के आह्वान पर कर्मचारी कभी भी हड़ताल पर जा सकते है। केंद्र सरकार की गलत नीति निजीकरण को बढ़ावा देने के लिए 400 रेलवे स्टेशन, 15 स्टेडियम, 90 पैसेंजर गाड़ियां, 256 माल गोदाम, रेलवे कॉलोनी जैसी अन्य चीजों को निजीकरण करना चाहती है। यह फेडरेशन कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। प्रदर्शन में मंडल कोषाध्यक्ष शैलेश तिवारी सहायक मंडल मंत्री नरेंद्र सिंह सोलंकी, हरीश चांदवानी, रंजीता वैष्णव, मनीष जोशी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर शाखा पदाधिकारी सहित बड़ी तादाद में रेल कर्मचारी एवं युवा समिति महिला समिति सदस्य उपस्थित थे।आभार अशोक तिवारी ने माना।
तिवारी ने बताया कि पहले चरण में सुबह 7:30 बजे डीजल शेड में प्रदर्शन तय था। मगर वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर परमेश्वरी गुप्ता का आकस्मिक का निधन होने से सभा को वहीं विराम दिवा गया।पदाधिकारी एवं डीजल शेड शाखा के सभी कर्मचारियों ने गुप्ता को श्रद्धांजलि अर्पित की।