– षड्यंत्रकर्ता कब होंगे बेनकाब, शहरवासियों ने जांच पर खड़े किए सवाल
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के रतलाम जिला मुख्यालय स्थित चांदनीचौक में सरेराह दहशतगर्दों के उत्पात में घायल बुर्जुग ने बुधवार को अस्सी फीट रोड स्थित निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। बदमाशों के उत्पात को पुलिस फ्री की चाट और हफ्ता वसूली की कहानी बता रही है, जबकि पर्दे के पीछे षडय़ंत्रकर्ताओं को बचाए जाने की नई कहानी सामने आ चुकी है। पीड़ित पक्ष की ओर से पूरे मामले में शिकायत कर मामले को षडय़ंत्र पूर्वक बताकर पुलिस की जांच पर सवाल खड़े कर दिए हैं। खास बात यह है कि उक्त हमले में एक बुर्जुग की जान जाने के बाद वरिष्ठ अधिकारी विवाद की जड़ में पहुंचेंगे या नहीं ? इस जवाब का आमजन को बेसब्री से इंतजार है।
बता दें कि 19 जून 2023 की रात चांदनी चौक में चाट का ठेला लगाने वाले पिता-पुत्र के साथ मारपीट हुई थी। बदमाशों ने ठेले व टेबल-कुर्सियों फेंक सरेराह जमकर उत्पात मचाकर पुलिस की सक्रियता पर पहला सवाल खड़ा किया था। वारदात में दीनदयाल नगर निवासी यश कसेरा (24) व उसके पिता ईश्वरलाल कसेरा गंभीर घायल हुए थे। आरोपियों ने एकजुट होकर ईश्वरलाल कसेरा के सिर पर पत्थर मार मौके पर अचेत कर दिया था। ईश्वरलाल कसेरा के कोमा में जाने के तीन दिन बाद और वरिष्ठ अधिकारियों से मांग पर माणकचौक पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमले की धारा बढ़ाई थी।
पुलिस ने देवेश, दादू और सोनू सहित पांच आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 327, 294, 506, 323 व 34 में प्रकरण दर्ज किया। बुधवार को बुजुर्ग की मौत के बाद अब आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा बढऩा तय है। सूत्रों के अनुसार पूरे घटनाक्रम में माणकचौक पुलिस बदमाशों के आंकाओं को बचाने की कोशिश में जुटी है। पर्दे के पीछे मुख्य रूप से दो षडय़ंत्रकर्ता ऐसे हैं जिन्होंने पुरानी रंजिश को लेकर आरोपियों से ईश्वरलाल और पुत्र यश कसेरा पर हमला करवाकर तमाशा देखा था।
- फाइल फोटो