असीम राज पांडेय, केके शर्मा, जयदीप गुर्जर
रतलाम। सत्ताधारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पिछले दिनों जावरा पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष की बैठक में संघ और संगठन के पदाधिकारी उपस्थित हुए। प्रदेश अध्यक्ष के सामने कार्यकर्ताओं के काम नहीं होने पर जमकर नाराजगी जाहिर हुई। संघ और संगठन के बीच ताल-मेल नहीं का सवाल पार्टी के जिला मुखिया से हुआ तो उन्होंने अपना दुखड़ा रोया की …मैं क्या करू साहब मेरे ही लेटर पर काम नहीं होते। बैठक में मौजूद उक्त संवाद सुन हैरत में रह गए और सभी के जेहन में सवाल खड़ा हो गया कि लेटर नहीं चलने के बावजूद महाशय ने 3 साल निकाल दिए और अभी भी कुर्सी की चाहत बरकरार है।
पार्षद पति को दिखाया “आइना”
काम करे कौन और श्रेय दूसरा ले तो टीस तो रहती है। कुछ इसी तरह पिछले सप्ताह हुआ। एक वार्ड में दुघर्टना हुई तो मौके पर उस वार्ड के पार्षद पहुंच गए। थोड़ी देर बाद एक अन्य वार्ड के पार्षद पति भी पहुंच गए जो कि एक मंडल के अध्यक्ष भी है। पार्षद पति झांकी मंडप में आगे रहते है। दूसरे के वार्ड में भी उन्होंने यही किया। फेस बुक पर उन्होंने अपनी वाहवाही के चर्चे पोस्ट कर दिए, लेकिन संबंधित वार्ड के पार्षद का नाम तक नहीं लिखा।संबंधित वार्ड पार्षद को बात नागवारा लगी। फिर क्या उन्होंने भी सीधे जवाब देते हुए फेसबुक पर पार्षद पति को आइना दिखा दिया। पार्षद ने साफ- साफ शब्दों में लिख दिया की हमारे पार्षद पति मित्र ने पोस्ट डाली उसमें हमारा कोई जिक्र ही नहीं और सारा श्रेय अपने माथे मढ़ लिया, तो ये पोस्ट डाल रहा हूं कि हम निष्क्रिय नहीं हैं। फेसबुक पर पार्षद पति को नसीहत दर्शाती भाजपा पार्षद की पोस्ट के बाद चर्चा है कि शहर सरकार में कुछ ठीक नहीं चल रहा।
फूलछाप के मुखिया और पार्टी के नेता आमने-सामने
फूलछाप के मुखिया और भाजपा नेता आमने सामने हो गए। एक अधेड़ से मारपीट के मामले को रफा दफा करने में फ़ूलछाप मुखिया ने एड़ी चोटी का जोर लगाया। अंदर की बात तो ये है कि जिस गर्म खून ने अधेड़ को मारा वो मुखिया के भतीजे का मुंह बोला रिश्तेदार निकला। पिताजी रेलवे में काला कोट धारी है तो इन गर्म खून की कानून में काला कोट पहनने की तैयारी है। जिस अधेड़ को बीच चौराहे पीटा गया वो नगर सरकार के पार्षद के पिता और पुराने फ़ूलछाप नेता का साढू निकला। ऐसे में पुलिस सुने तो सुने किसकी? फ़ूलछाप के मुखिया की कारस्तानी देख पार्षद पिता नेताजी ने इधर साढू को न्याय दिलाने पुलिस कप्तान और शहर के माननीय के पास इस मेटर को समाज के आक्रोश का चोला पहनाकर पेश कर दिया। वैसे गर्म खून की मारपीट सोशल मीडिया पर खूब छाई रही।