असीमराज पांडेय, केके शर्मा
रतलाम। फाइव एलिमेंट बार में बदमाशों के आतंक का मुद्दा पिछले दिनों काफी चर्चा में रहा। पर्दे के पीछे की कहानी यह है कि इन बदमाशों के हौंसले इसलिए बुलंद है कि खाकी इनका उपचार करने के बजाए संरक्षण में लिप्त है। फाइव एलिमेंट से पूर्व इन्हीं बदमाशों ने दीनदयाल नगर क्षेत्र में एक खाकीधारी से अभद्रता तो ठीक मारपीट को अंजाम दिया था। चर्चा है कि मामला संबंधित थाने में पहुंचा और वहां पर कार्रवाई के बजाए 20 हजार रुपए की रिश्वत लेकर बदमाशों को वर्दी की आबरू नीलाम कर दी। खाकी की अस्मिता को नीलाम कर थाना प्रमुख ने मामले को ऐसा घुमाया कि चौराहे पर बदमाशों की बद्तमीजी सहने वाला खाकीधारी उल्टे पांव वापस लौट गया। अंदर की बात यह है कि दीनदयालनगर पुलिस बदमाशों का समय पर सही उपचार करती तो वह फाइव एलिमेंट में मनपसंद का गाना सुनने की “हिम्मत” ही नहीं जुटा पाते।
10 डंपर मुरम की चर्चा जोरों पर
रेंज के नवागत साहब ने बंगले में 10 डंपर मुरम का फरमान जिलेभर के थानों पर सुनाया। साहब को खुश करने के चक्कर में पटरी पार थाना ने दिलचस्पी दिखाकर अवैध खनन के डंपरों की रोकथाम भी शुरू की। थाना प्रमुख से लेकर प्रधान आरक्षकों ने 10 डंपर मुरम बंगले पर डलवाने के काम में ऐसी दिलचस्पी दिखाई की मामला शहर माननीय के कार्यालय पहुंच गया। पुलिस की मनमानी पर शहर माननीय के पीए ने जब अफसरों से नाराजगी जताई तो तलवार छोटे कर्मचारी की गर्दन पर आ टिकी। थाने के छोटे कर्मचारी ने भी चतुराई से सफाई देकर पैंतरा बखूबी खेला। मुरम का अवैध धंधा करने वालों में सुगबुगाहट के साथ नाराजी है कि हमसे बंदी तो लेते ही हैं फिर मुरम क्यों डाले ?
धर्म की नैया के बहाने मैदान में आ रहे दावेदार
यह साल चुनावी है। शहर में धीरे-धीरे चुनावी माहौल गर्माने लगा है। दोनों प्रमुख दलों के दावेदार शहर में धर्म की गंगा के बहाने शहरवासियों को अपनी और आकर्षित करने में लगे है। शहर में हुई भागवत कथा के बाद भजन संध्या ने राजनीति में एक नया माहौल पैदा कर दिया है। इतना ही नहीं भजन संध्या आयोजक ने शहरवासियों को उज्जैन महाकाल लोक के दर्शन कराने का मास्टर स्ट्रोक लगा दिया, जो कि शहर में बड़ी चर्चा का विषय बन गया। अब देखना यह है कि चुनावी साल में चलने वाले शह-मात के खेल में दोनों प्रमुख दलों में से कौन दावेदार सामने आएगा। चाहे कोई भी दावेदार आए, इसके पहले धर्म की गंगा में डूबकी लगाने का पूरा लाभ चुनाव के बहाने शहरवासियों को मिल रहा है। आगामी माह में शहर में और भी ऐसे बड़े धार्मिक आयोजनों की रूपरेखा दोनों दलों के दावेदार अभी से बनाने में जुट गए है। हाल ही में पास के जिले में आए देश भर में सुर्खिया पा चुके सनातन राष्ट्र की मांग करने वाले संत को भी लाने की सुगबुगाहट फूलछाप पार्टी में तेजी से चल रही है।