– बैग में निकले थे साढ़े 12 लाख से अधिक राशि, एसपी ने किया सम्मानित
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रामलाल के साथ रतलाम एसपी ऑफिस पहुंचे भगवानसिंह के पैर में चप्पल तक नहीं थी। बिना चप्पल के ही वह एसपी ऑफिस पहुंचा। यह दोनों वह शख्स हैं, जिन्होंने बैग में मिले साढ़े 12 लाख रुपए से अधिक राशि लौटाकर अपनी ईमानदारी पेश की। पेशे से हम्माली कर मुफलिसी में दिन गुजारने वाली इन शख्सियत से वंदेमातरम् न्यूज ने चर्चा की। ईमानदार हम्मालों ने बताया कि बैग में इतने रुपए देख डर गए थे। पहले कभी इतने सारे नोट एक साथ नहीं देखे। पहली बार देखे। कांपने लग गए थे। थोड़ी देर के लिए मन में आया कि बैग लेकर चले जाए। क्योकि घर में 30 साल का विकलांग बेटा है। बीमारी का इलाज भी चल रहा है। तीन माह से मकान का किराया नहीं दिया। फिर बाद में सोचा कि मेहनत के पैसो की बात ही कुछ और है, तब हमने हमारे दुकान के सेठ को यह बैग दे दिया। फिर पुलिस को सौंप दिया।
यह कहना था रतलाम के चांदनीचौक में लाखों रुपए से भरे बैग मिलने पर लौटाने वाले हम्माल रामलाल का। रामलाल के साथ भगवान सिंह भी हम्माली करता है। इन दोनों को रतलाम चांदनीचौक में बुधवार शाम एक बैग मिला था, जिसमें लाखों रुपए थे। दोनों हम्मालों ने अपनी ईमानदारी की मिशाल पेश कर रुपयों से भरे बैग को दुकान के सेठ को दे दिया। फिर पुलिस को सूचना कर बैग पुलिस को सौंप दिया। जब नोटों की गिनती हुई तो 12.53 लाख रुपए निकले। रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने हम्माल रामलाल नायक एवं भगवानसिंह को अपने कार्यालय में सम्मान किया। शाल, श्री फल एवं प्रशस्ति पत्र के साथ 1-1 हजार रुपए से पुरस्कृत किया। इस दौरान सीएसपी अभिनव बारंगे, थाना प्रभारी माणक चौक सुरेंद्र गडरिया, हेड कांस्टेबल योगेंद्र जादौन आदि उपस्थित रहे। जिसका नोटों से भरा बैग है वह रतलाम के टाटानगर का निवासी है। बताया जाता है कि वह प्रापर्टी का कामकाज करता है। एसपी ने बताया कि जो व्यक्ति हम्माली करके अपने परिवार का भरण पोषण कर लाखों रुपए का बैग रतलाम पुलिस को देता है वह बहुत बड़ी बात है। दोनों ईमानदारी की मिशाल पेश की है। रुपए जब्ती कर कोर्ट में पेश कर दिए है। जो व्यक्ति दावा कर रहा है वह कोर्ट में आवेदन लगाकर नियमानुसार प्रक्रिया अपनाए।