– दौड़े दौड़े पहुंचे अधिकारियों से आक्रोशित किसान बोले बहुत झेला, अब यहां कलेक्टर आएंगे तब सुनाएंगे
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले के ग्राम हतनारा के किसान जल सत्याग्रह पर बैठ गए है। किसानों का कहना है कि उनके खेतों में जाने का रास्ता नहीं है। इस कारण फसल बर्बाद हो जाएगी। पूर्व में कई बार जिला प्रशासन को अवगत करा चुके है। लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। जिला प्रशासन की अनदेखी से नाराज किसानों ने मौके पर पहुंचे अधिकारियों को उल्टे पैर वापस लौटा दिया। किसानों की मांग है कि जब तक मौके पर कलेक्टर नहीं पहुंचेंगे, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
रतलाम से करीब 18 किमी दूर खाचरौद रोड पर ग्राम हतनारा है। गांव के बीच कुड़ेल नदी है। नदीं के पास गांव के करीब 200 से अधिक किसानों के 1800 से 2 हजार बीघा जमीन है। बारिश के कारण खेतों में जाने का रास्ता नहीं बचा है। बीच में नदी आती है जिसे पार कर जाना पड़ता है। नदी में अभी पानी है। बहाव भी है। गांव से निकल रहे रास्ते पर पैदल चलना मुश्किल हो गया है। ट्रैक्टर से लेकर पशु को भी नहीं ले जा सकते। खेती नदी के पार है। ज्यादा समस्या बारिश में आती है। पानी में किसानों के बैठने की जानकारी मिलने पर रतलाम जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ निर्दशक शर्मा भी पहुंचे। बांगरोद पुलिस चौकी प्रभारी आनंद बागवान समेत पुलिस कर्मी पहुंचे। अतिरिक्त सीईओ ने ग्रामीणों से चर्चा से की। ग्रामीण विधायक मथुरलाल डामर से भी चर्चा कराई। लेकिन ग्रामीण मानने के लिए तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि कलेक्टर आएंगे तभी हम यहां से उठेंगे।ग्रामीण समरथ पाटीदार ने बताया पूर्व में कई बार रास्ते को लेकर ग्राम पंचायत से लेकर जिला प्रशासन को आवेदन दे चुके है। लेकिन कोई ध्यान नहीं देता। हर बार बारिश में समस्या आती है। अतिरिक्त सीईओ शर्मा ने बताया किसानों की मांग सुनी है। वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर समस्या का हल किया जाएगा।