बस चालक और कंडक्टर को पहुंचाया थाने, काटा चालान
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम शहर के त्रिपोलिया गेट पर खड़ी रहने वाली बसों के कारण आये दिन समस्याओं का सामना राहगीरों को करना पड़ता है। क्षेत्रीय दुकानों के आगे यह बसें खड़ी रहती है। रविवार सुबह जब कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार इस क्षेत्र में पहुंचे और एक बस के चालक व कंडक्टर को समझाया तो उल्टे वह बदतमीजी से बात करने लगा। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर कर दोनों का थाने लेकर आए।
दरअसल त्रिपोलिया गेट पर एक शासकीय आयुर्वेद क्लिनिक है। इसके बाहर व आसपास झाबुआ जाने वाली बसे खड़ी रहती है। जबकि यहां पर किसी प्रकार का बस स्टैंड घोषित नहीं है। मनमर्जी से बस संचालक पिछले काफी सालों से यहां बसें खड़ी हो रही है। जिसकी तरफ ना तो ट्रैफिक पुलिस और नहीं परिवहन विभाग ने ध्यान दिया। इस कारण यहां दिनभर में कई बार जाम की स्थिति भी उत्पन्न होती है। लगातार शिकायत मिलने पर कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार यहां पहुंचे। तब आयुर्वेद क्लिनिक के बाहर एक बस खड़ी थी। तब बस के चालक और कंडक्टर को बुलाया। कलेक्टर ने उन्हें समझाया तो उल्टा वह दोनों बततमीजी से बात करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे। तब कलेक्टर को गुस्सा आया और मौके पर पुलिस को बुलाकर बस जब्ती का आदेश देकर चालक व कंडक्टर को थाने भिजवा दिया।
इधर इस घटनाक्रम के बाद बस संचालकों में हड़कंप मच गया और कुछ देर के लिए बसों को रोक हड़ताल की चेतावनी दे डाली। बस संचालक भी माणकचौक पुलिस थाने पहुंच गए। बाद में बस क्रमांक MP 13P 7919 गुर्जर बस कर के कंडक्टर पर 1000 रुपए का जुर्माना लगाकर उन्हें छोड़ दिया।
सभी से चर्चा कर लेंगे निर्णय
कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने वंदेमातरम् न्यूज से चर्चा में बताया कि बस चालक व कंडक्टर को समझाया तो उनका व्यवहार ठीक नहीं था। जहां बसे खड़ी रहती है वह शहर के मध्य का स्थान है। काफी ट्रैफिक वहां पर रहता है। सभी से चर्चा कर बसों को सही स्थान पर खड़े करने का निर्णय लिया जाएगा।